कोरबा। माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने कोरबा-कुसमुंडा मार्ग पर आम नागरिकों की आवाजाही को सुलभ बनाने की मांग की है। इस संबंध में एक ज्ञापन सोमवार को कलेक्टर को सौंपा गया और 2 अक्टूबर को गांधी जयंती पर सडक़ सत्याग्रह करने की चेतावनी दी गई। माकपा के इस आंदोलन को सीटू ने भी अपना समर्थन देने की घोषणा की है।
उल्लेखनीय है कि कोरबा-कुसमुंडा के बीच फोर-लेन सडक़ निर्माण का कार्य चल रहा है। सर्वमंगला चौक से कुसमुंडा तक कोयला परिवहन के लिए एसईसीएल की भारी वाहनें बेतरतीब ढंग से खड़ी रहती है, जिसके कारण जाम होने के साथ यहां अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती है। माकपा ने अपने ज्ञापन में बताया है कि हालत इतनी खराब है कि स्कूली बच्चे कई दिन से स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। कई मरीज जाम में घंटों फंसे रहते है और कई बार डिलेवरी पेशेंट की स्थिति चिंताजनक बन चुकी है। कुछ दिन पहले ही कलेक्टर ने एसईसीएल व परिवहन अधिकारियों को यातायात सुव्यवस्थित करने और बेतरतीब ढंग से खड़े वाहनों पर नियमानुसार वैधानिक कार्रवाई के निर्देश भी दिए थे। माकपा जिला सचिव प्रशांत झा ने आरोप लगाया है कि एसईसीएल प्रबंधन और परिवहन अधिकारियों की मिलीभगत के कारण कलेक्टर के निर्देश का पालन नहीं किया जा रहा है। एसईसीएल आम जनता के जीवन को जोखिम में डालकर केवल मुनाफा कमाने में लगा है। माकपा ने मांग की है कि आम जनता की सुविधा के लिए एक लेन सुरक्षित किया जाए, जिसमें भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित हो। माकपा ने प्रशासन को 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के दिन सडक़ सत्याग्रह करने की चेतावनी दी है। सीटू और कोयला श्रमिक संघ के नेता वीएम मनोहर ने इस आंदोलन का समर्थन करते हुए कहा है कि सैकड़ों सीटू कार्यकर्ता और कोयला मजदूर भी इस विरोध प्रदर्शन में शामिल होंगे।