कोरबा। नहर में बहकर सर्वमंगला क्षेत्र में पहुंची एक वृद्ध महिला को अंतिम समय में न तो परिजनों का सहारा मिला और न ही कंधा। 4 दिन से इस अज्ञात वृद्धा का शव जिला अस्पताल की मच्र्युरी में खुद की पहचान होने और परिजनों के इंतजार में पड़ा रहा। आखिरकार जब शव खराब होने की स्थिति में पहुंचने लगा तो अपने उच्च अधिकारियों को अवगत कराते हुए उनके मार्गदर्शन में सर्वमंगला पुलिस सहायता केन्द्र के प्रभारी एएसआई विभव तिवारी ने मानवता के साथ-साथ अज्ञात वृद्धा के लिए एक बेटे की तरह फर्ज निभाया। एएसआई ने सहायक केन्द्र में सहकर्मी एएसआई प्रकाश रजक, आरक्षक उमेश डडसेना और सुखनंदन टंडन के साथ अज्ञात वृद्धा की अर्थी को कांधा दिया। स्थानीय मोहल्लेवासी उसकी अंतिम यात्रा में शामिल हुए। पुलिस सहायता केन्द्र के निकट स्थानीय मुक्तिधाम में विधि-विधान के साथ वृद्धा का अंतिम संस्कार किया गया। जिला पुलिस के इस मानवीय और सहृदयी कार्य की जहां स्थानीय लोगों ने प्रशंसा की है वहीं एएसआई विभव तिवारी ने कहा है कि उन्हें इस तरह के सामाजिक कार्यों की प्रेरणा अपने उच्च अधिकारियों से मिलती है। विभव तवारी ने बताया कि करीब 60-65 वर्षीय वृद्धा का शव 21 अगस्त की शाम लगभग 4.30 बजे दर्री की ओर से आने वाले गर्म पानी के नहर में बहते हुए आया था। वृद्धा के दाए हाथ और पैर में गोदना गोदाया हुआ है। उसकी पहचान कराने की काफी कोशिश की गई लेकिन आज पर्यन्त न तो शिनाख्त हो सकी थी और न ही किसी लापता वृद्धा की तलाश करते हुए कोई परिजन थाना या चौकी पहुंचे थे।
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