कोरबा। शार्ट-कर्ट तरीके से रुपए कमाने के चक्कर में और सोशल मीडिया पर बुने गए झांसे के ताना-बाना में उलझ कर एक व्यक्ति 1 लाख 31 हजार रुपए गंवा बैठा। वह 2 लाख रुपए और गंवा देता लेकिन इससे पहले उसे ठगे जाने का आभास हो गया।
मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्रांतर्गत हाउसिंग बोर्ड कालोनी रामपुर ब्लाक-15सी के निवासी राजेश बरवे पिता स्व. बीएल बरवे 49 वर्ष के साथ घटित हुआ। उसने इनडीड डॉट कॉम में नौकरी के लिए अपना बायोडाटा डाला था। उसने वाट्सअप मोबाइल नंबर 84365-552948 से उसके वाट्सअप पर मैसेज आया और खुद को कंपनी का एचआर बताया। इसके बाद एक टेलीग्राम ग्रुप नंबर 2262023 बायोकोनॉमी फास्ट को ज्वाइन कराया गया। इसके बाद टेलीग्राम ग्रुप में यूट्यूब लिंक भेजा जाता रहा जिसे ओपन करने के बाद लाइक कर स्क्रीन शॉट एचआर को भेजना होता था। इसके एवज में 1 लाइक के बदले 50 रुपए मिलना बताया गया। ज्यादा राशि कमाने के लिए अलग-अलग टॉक्स भेजा जाने लगा। राजेश बरवे को ज्यादा पैसे निवेश करने का प्रलोभन दिया गया और कथित एचआर के द्वारा बताए गए यूपीआई एकाउंट नंबर में 12 हजार रुपए, 34400 रुपए डाला गया। उनके द्वारा राशि लौटाने से इनकार किया गया और 85 हजार रुपए एक अन्य यूपीआई एकाउंट में मंगाया गया। उक्त राशि की व्यवस्था कर 40 हजार, 30 हजार और 15 हजार रुपए अपने गूगल पे से ट्रांसफर किया। इस तरह कुल 1 लाख 31 हजार 400 रुपए भेजने के बाद भी उसके पाइंट की राशि कुल 1 लाख 98 हजार रुपए न देते हुए 2 लाख रुपए की मांग और की गई तब राजेश को ठगे जाने का आभास हुआ। उसने सायबर पोर्टल में इसकी शिकायत किया था लेकिन राशि वापस नहीं मिली। राजेश की रिपोर्ट पर सिविल लाइन पुलिस ने अज्ञात आरोपी के विरूद्ध धारा 420 भादवि के तहत अपराध पंजीबद्ध कर लिया है।
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