कोरोना वायरस की जांच के लिए उपयोग में लाए जाने वाले रैपिड टेस्ट किट की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े हो गए हैं. इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च की ओर से इस किट से कोरोना संक्रमण की जांच प्रतिबंधित किए जाने के बाद राज्य सरकार ने भी छत्तीसगढ़ में इसके उपयोग पर रोक लगा दी है

कोरबा (सेंट्रल छत्तीसगढ़) हिमांशु डिक्सेना / कोरबा :- कोरोना वायरस संदिग्ध मरीजों की जांच के लिए शासन की तरफ से जारी किए गए रैपिड टेस्ट किट पर फिलहाल रोक लगा दी गई है. हॉटस्पॉट जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों को शीघ्र पहचानने के लिए कोरबा को हाल ही में 2000 रैपिड टेस्ट किट मिले थे, लेकिन छत्तीसगढ़ शासन ने जिस कंपनी से रैपिड टेस्ट किट की खरीदी की थी, उसकी विश्वसनीयता पर ही सवाल उठ खड़े हुए हैं.

*रैपिड टेस्ट किट पर सवाल*

जानकारी ये भी मिली है कि इस कंपनी को आईसीएमआर (ICMR) की तरफ से अयोग्य घोषित कर दिया गया है. रैपिड एंटी बॉडी टेस्टिंग किट से अब कोरोना की जांच नहीं की जाएगी. इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च की ओर से इस किट से कोरोना संक्रमण की जांच प्रतिबंधित किए जाने के बाद राज्य सरकार ने भी छत्तीसगढ़ में इसके उपयोग पर रोक लगा दी है.


होगी रैपिड टेस्ट किट की जांच


कोरबा जिले को दो दिन पहले ही स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की ओर से 2000 किट कोरोना संक्रमण की जांच के लिए उपलब्ध कराए गए थे. पिछले 2 दिनों में इस किट से कोरबा जिले में 757 लोगों की कोरोना संक्रमण की जांच की गई है. रैपिड टेस्टिंग किट से की गई सभी जांच अब तक निगेटिव मिली है. अब इस किट की जांच होगी, जिसके बाद ही आगे कोई भी फैसला लिया जाएगा.

*आगे निर्देश के आधार पर होगी कार्रवाई’*


इस विषय में एडीएम संजय अग्रवाल ने बताया कि राज्य शासन से प्राप्त निर्देशों का पालन करते हुए फिलहाल रैपिड टेस्ट किट से होने वाली जांच पर रोक लगाई गई है. आगामी आदेश मिलने तक किट के माध्यम से होने वाली किसी भी तरह की जांच पर रोक रहेगी. आगे जैसा निर्देश मिलेगा, उसके अनुसार काम किया जाएगा.

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