कोरबा (सेन्ट्रल छत्तीसगढ़) हिमांशु डिक्सेना / कटघोरा :- COVID-19 कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण पर नियंत्रण व रोकथाम के लिए पूरे देश में 22 मार्च से लॉक डाउन लगाया गया है। कटघोरा में पुरानी बस्ती में 22 कोरोना संक्रमित मरीज मिलने से पुलिस प्रशासन के बल अपनी ड्यूटी में लगे हुए हैं। कटघोरा में लगातार कोरोना वायरस के संक्रमित मरीज आने से कटघोरा क्षेत्र को हॉटस्पॉट कर दिया गया है। इस स्थिति में लोगों को घर से नहीं निकलने की अनुमति होती है। ऐसी स्थिति में लोगों के जरूरतों का सामान चयनित वालेंटियर के द्वारा घर तक पंहुचाया जाता है। कटघोरा में कर्फ्यू (हॉटस्पॉट) लगने के बाद कटघोरा पुलिस पूरी मुस्तैदी से अपना काम कर रही हैं। कटघोरा थाना में पदस्थ महिला अरक्षक शितला उइके बैच क्र 989 ने 22 मार्च से कटघोरा क्षेत्र में लगे लॉक डाउन पर अपनी ड्यूटी पूरी तन्मयता से निभा रही हैं,लॉक डाउन की स्थिति में महिला आरक्षक शीतला उइके अपनी सेवा के दौरान अभी तक अपने घर नहीं जा पायीं हैं। महिला आरक्षक ने बताया कि महामारी का रूप ले चुके कोरोना वायरस के नियंत्रण को लेकर पूरे क्षेत्र में लोक डाउन की स्थिति में लोगों को अपने घरों पर रहने की सलाह दे रहीं है। सुर समझा रही हैं कि बेवजह घर से बाहर न निकलें। शीतला उइके ने बताया कि जब तक क्षेत्र में कोरोना वायरस पूर्ण रूप से नियंत्रित नहीं होता तब तक वे अपनी सेवा निरंतर देती रहूंगी।
कटघोरा पुलिस थाना प्रभारी रघुनंदन शर्मा ने बताया, कि पुलिस द्वारा थाना कटघोरा में सभी स्टाफ यहां लगातार 22 मार्च से लगे लॉक डाउन और कटघोरा में मिले लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों के बाद से सभी प्रशानिक अमले के साथ साथ कटघोरा पुलिस के सभी जवान पूरी मुस्तैदी से अपना कार्य कर रही है।कटघोरा थाना के 40 स्टाफ जिसमें महिला व पुरुष के साथ साथ सी एफ का बल, होमगार्ड और डी एम के बल मिलकर कोरबा से 150 से 200 का बल कटघोरा में अपनी सेवा दे रहे हैं। महिला आरक्षक शितला उईके एक होनहार महिला आरक्षक है। कटघोरा में लाँक डाउन के बाद महिला आरक्षक अपने घर नहीं जा पाई है। जब तक करोना वायरस प्रदेश व पूरे भारत में खत्म नहीं होता तब तक अपने स्थान पर ही ड्यूटी करेंगी, साथ ही कटघोरा पुलिस के सभी स्टाफ अपनी सेवा देने का निश्चय किया है, और अपने घर नहीं जाएंगे। कटघोरा पुलिस की मुस्तैदी से कटघोरा में लॉक डाउन का पालन पूरी तरह से किया जा रहा है।