कोरबा। कोरबा के अनेक इलाकों में कोयला की मौजूदगी है और इसके उदाहरण सामने आ रहे हैं। जल संसाधन विभाग के द्वारा शहर से लगे इमलीडुग्गु क्षेत्र की नहर में दो गेट बनाने के लिए खुदाई के दौरान कोयला मिलने से यह प्रमाणित हुआ है। फिलहाल स्थानीय लोगों में कोयला ढोने की होड़ लगी रही।
कोरबा नगर स्थित हसदेव बांगो बाई तट नहर में नहाने के दौरान कई लोगों के लापता होने के साथ मौत की घटनाएं हुई हैं। इसे देखते हुए इमलीडुग्गू क्षेत्र में नहर में अतिरिक्त गेट लगाने की जरूरत महसूस की जा रही थी। इस पर अब काम शुरू हुआ है। नहर के अगल-बगल खुदाई की जा रही है और इसी प्रक्रिया के दौरान एक जगह कोयला का ढेर मिला है जिसके बाद लोगों में कोयला प्राप्त करने की होड़ लग गई। स्थानीय लोगों ने आशंका जताई कि इस स्थिति में दुर्घटना भी हो सकती है। ठेका कंपनी के सुपरवाइजर ने बताया कि मौके पर किए जाने वाले काम के जरिए नहर का पानी सीधे साइफन पर गिराया जाएगा। यहां एक स्थान पर कोयला मिला है जिसके लिए लोग पहुंच रहे हैं। कोरबा में शहर से लेकर जिले के बहुत बड़े हिस्से में कोयला खनिज अलग-अलग श्रेणी में उपलब्ध है जिसका दोहन वर्ष 1950 के आसपास से लगातार हो रहा है। याद रहे बीते वर्षो में हुए सर्वेक्षण में इस बात की जानकारी मिली है कि दाएं तट नहर के नीचे भी कोयला का विशाल भंडार उपलब्ध है लेकिन कई कारणों से नहर को शिफ्ट करने का काम नहीं हो सका।