कोरबा। छत्तीसगढ़ राज्य का कोरबा जिला वन्य जीवों एवं विभिन्न प्रकार के सांपो के लिए जाना जाता है, एक ओर कोरबा जिला जहां हाथियों का घर है वहीं दूसरी ओर दुनियां में अपनी एक अलग पहचान और आक्रामकता से पहचानें जाने वाले सांपो का गड़ भी है।
दुनिया का विषैले सांपो में सबसे लंबा विषधर किंग कोबरा जिसको स्थानीय भाषा में पहाड़ चित्ती के नाम से भी जाना जाता है। यह सांप केवल मध्य भारत में छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में मिलना अपने आप में दुर्लभ और चर्चा का विषय है। यहां आए दिन किंग कोबरा के मिलने की जानकारी मिलते रहती है। कुछ दिन पूर्व ही 11 फिट लम्बा किंग कोबरा मिला था जिसके कुछ समय बाद पसरखेत में फिर एक किंग कोबरा देखने मिला जिसका दीदार करने गांव वालों का हुजूम उमड़ा पड़ा। देखते ही देखते पूरा गांव इक्कठा हो गया, भीड़ को देखते ही किंग कोबरा पास के एक आम पेड़ पर चढ़ गया।
गांव वालों ने इसकी जानकारी वन विभाग के बीट गार्ड नरेश यादव को दी। इसकी जानकारी वाइल्डलाइफ रेस्क्यू टीम अध्यक्ष वन विभाग सदस्य जितेन्द्र सारथी को दी गयी जल्द से जल्द जितेन्द्र सारथी अपनी टीम के सदस्य देवा आशीष राय के साथ मौके पर पहुंचे और जितेन्द्र सारथी ने इसकी जानकारी कोरबा डीएफओ अरविंद पी.एम. को दी। डीएफओ के निर्देश मिलने के पश्चात रेस्क्यू चालू किया गया। भीड़ अधिक होने की वजह से किंग कोबरा नीचे आने की जगह और ऊपर चड़ गया, भीड़ खाली होंने के कई घंटो बाद किंग कोबरा नीचे आया जिसको देखते ही लोगों में भगदड़ मच गयी।
कड़ी मशक्कत के बाद वन विभाग की मौजूदगी में लगभग 14 फीट लम्बे किंग कोबरा का रेस्क्यू किया गया। रेस्क्यू कर सुरक्षित बोरे में बड़ी सावधानी से रखा गया तब जाकर सभी ने राहत की सास ली। गांव वालों की उपस्तिथि में पंचनामा के पश्चात उसे जंगल में छोड़ दिया गया।
जितेन्द्र सारथी ने बताया छत्तीसगढ़ के कोरबा में किंग कोबरा बड़ी तादाद में मौजूद हैं, यह वर्षो से यहां के जंगल में फल-फूल रहें हैं। बीहड़ क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की पीढ़ी दर पीढ़ी इसको देखते आए हैं, साथ ही आने वाले वर्षो में कोरबा जिले को पुरे भारत में किंग कोबरा की वजह से एक अलग पहचान मिलेगी।