कोरबा। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने जनहित के मुद्दों पर अपने तेवर कड़े कर लिए हैं। कांग्रेस और माकपा नेताओं के बीच बनी सहमति की याद दिलाई गई। निगम के बजट में आम जनता को राहत देने वाले कदमों को उठाने की मांग करते हुए माकपा ने स्पष्ट कहा था कि निगम क्षेत्र में आउट सोर्सिंग और निजीकरण के प्रस्तावों का पार्टी समर्थन नहीं करेगी। पार्टी लगातार गरीबों के संपत्ति कर और जलकर माफ करने का मुद्दा उठाते आई है साथ ही कई बार बांकीमोंगरा जोन के पिछड़ेपन को दूर करने के लिए भी बजट आबंटित करने की मांग की लेकिन महापौर ने माकपा द्वारा जनहित के किसी भी मुद्दो को बजट में शामिल नहीं किया है। माकपा पार्षद राजकुमारी कंवर द्वारा बजट के दौरान भी गरीबों के संपत्ति कर और जलकर का मुद्दा उठाया था और कहा था कि गरीबों के लिए बजट में कुछ नहीं है।
माकपा जिला सचिव प्रशांत झा के नेतृत्व में किसान सभा और भू-विस्थापितों का एक प्रतिनिधिमंडल ने महापौर राजकिशोर प्रसाद को ज्ञापन सौंपकर गरीब किसानों और भू-विस्थापितों का संपत्ति कर और जल कर माफ करने की मांग के साथ 13 अप्रैल को निगम घेराव की चेतावनी भी दे दी है। प्रतिनिधिमंडल में प्रशांत झा, किसान सभा के जिला अध्यक्ष जवाहर सिंह कंवर, माकपा पार्षद राजकुमारी कंवर,देव कुंवर,दामोदर श्याम,रेशम यादव,जय कौशिक,सुरेंद्र सिंह कंवर आदि शामिल थे।