अमानत में खयानत की लिखाई गई रिपोर्ट


कोरबा। कोरबा जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी गोपाल कृष्ण मिश्रा और बाबू सुरेश पांडेय के विरुद्ध शासकीय राशि का कपटपूर्वक गबन एवं गंभीर वित्तीय अनियमितता करने की शिकायत पर प्राप्त जांच प्रतिवेदन के आधार पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर लिया है। एफआईआर दर्ज होने के साथ ही जनपद के गलियारे में खलबली मची हुई है। 
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों जनपद पंचायत कोरबा की उपाध्यक्ष कौशिल्या देवी वैष्णव ने आरोप लगाया था कि जनपद सीईओ गोपाल कृष्ण मिश्रा और बाबू सुरेश पाण्डेय सहायक ग्रेड-2 के द्वारा आरटीजीएस के माध्यम से अपने निजी खाता में शासकीय मद की राशि 3.50 लाख रुपए जमा कराया गया और निजी उपयोग किया गया है। इसकी जानकारी मिलने पर सीईओ से कुछ सप्ताह पहले जानकारी ली तो अनभिज्ञता जाहिर किया गया। जनपद सदस्यों से चर्चा करने पर वे भी टाल-मटोल करते रहे। कुछ दिन पहले एक कागज जनपद पंचायत में प्राप्त हुआ जिसके संबंध में सीईओ को बुलवाकर दिखाने पर आक्रोशित हो गए और ऊंची पहुंच का हवाला दिया। जनपद उपाध्यक्ष ने निजी खाता में संबंधित शाखा प्रभारी बाबू और सीईओ के द्वारा ट्रांसफर कराई गई राशि और गबन की जांच कराने की मांग करते हुए इसके समर्थन में पंजाब नेशनल बैंक को आरटीजीएस के संबंध में लिखे गए पत्र की छायाप्रति भी संलग्न की थी। इस मामले में सिविल लाइन थाना में एफआईआर दर्ज कराई गई है। 
0 जिला सीईओ व कोषालय अधिकारी ने की जांच
यह एफआईआर सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्रीमती माया वारियर के निर्देश पर आदिवासी विकास कार्यालय में कार्यरत क्षेत्र संयोजक राधेश्याम मिर्झा के द्वारा दर्ज कराई गई। सीईओ श्री मिश्रा एवं बाबू सुरेश पाण्डेय के विरूद्ध उक्त गबन की शिकायत की जांच जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं जिला कोषालय अधिकारी की संयुक्त समिति द्वारा किया गया। उक्त समिति ने 3 लाख 50 हजार रुपए शासकीय राशि का कपटपूर्ण गबन एवं गंभीर अनियमितता की पुष्टि की है। इस संबंध में जांच प्रतिवेदन कलेक्टर के अनुमोदन उपरांत एफआईआर कर अग्रिम कार्यवाही के लिए सौंपा गया। प्रकरण में पुलिस ने धारा 409, 34 भादवि के तहत अपराध पंजीबद्ध कर लिया है।
0 जनपद सीईओ ने बताया कूटरचित दस्तावेज
इस मामले में जनपद सीईओ जीके मिश्रा के द्वारा 4 फरवरी को जिला पुलिस अधीक्षक को संबोधित शिकायत पत्र में बताया गया कि 8 मार्च 2022 को पंजाब नेशनल बैंक निहारिका शाखा में आरटीजीएस संबंधी दस्तावेज दिया गया था। इससे संबंधित एक अन्य दस्तावेज कूटरचित ढंग से जनपद उपाध्यक्ष श्रीमती कौशिल्या वैष्णव ने तैयार कर कलेक्टर के समक्ष 30 जनवरी 2023 को प्रस्तुत किया है जो कि कूटरचित दस्तावेज संलग्न है। उक्त दस्तावेज पर शिकायतकर्ता ने फर्जी हस्ताक्षर कर तैयार किया है इसलिए शिकायतकर्ता कौशिल्या देवी वैष्णव पर एफआईआर दर्ज किया जाए।

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