कोरबा। सेफ्टी जोन बनाये बिना एवं ग्रामीणों को मुआवजा और पुनर्वास दिये बगैर दीपका क्षेत्र अंतर्गत मलगांव फेस में खनन विस्तार पर तत्काल रोक लगाने की मांग की गई है।
मलगांव का दौरा करने के बाद छत्तीसगढ़ किसान सभा के अध्यक्ष जवाहर सिंह कंवर और सचिव प्रशांत झा ने बताया कि खनन कार्य रिहायशी क्षेत्रों से 200 मीटर की दूरी के बाद ही करने का नियम है, लेकिन मलगांव खनन विस्तार में मुआवजा और पुनर्वास दिए बिना ही एसईसीएल ने किसानों की जमीन हड़प ली है और उनके घरों से मात्र 15 मीटर की दूरी पर ही हैवी ब्लास्टिंग की जा रही है। इससे ग्रामीणों के घरों पर बड़े-बड़े पत्थर गिरने से नुकसान तो पहुंच ही रहा है, वे घायल भी हो रहे हैं। ब्लास्टिंग के कारण कई बोर धंस गए है और पेयजल संकट भी उत्पन्न हो रहा है। मलगांव विस्तार क्षेत्र में ब्लास्टिंग और विस्तार कार्यों पर तत्काल रोक लगाने एवं ब्लास्टिंग के कारण ग्रामीणों को पहुंचे नुकसान का तत्काल मुआवजा देने, पेयजल की उचित व्यवस्था करने, नियमानुसार सेफ्टी जोन बनाने, मलगांव में हर सप्ताह मेडिकल कैंप लगाने, प्रत्येक छोटे-बड़े खातेदार को स्थाई रोजगार देने और इस क्षेत्र के प्रभावितों को आउटसोर्सिंग कंपनियों में 100 फीसदी रोजगार देने की मांग की है। इस संबंध में ज्ञापन एसईसीएल दीपका क्षेत्र के महाप्रबंधक को सौंपकर 8 जनवरी को खदान बंद आंदोलन की चेतावनी दी गई है।