आक्रोशित ग्रामीणों ने दी आंदोलन की चेतावनी


कोरबा। एसईसीएल के कोरबा क्षेत्र अंतर्गत बांकी खदान के आसपास के गांव व मोहल्ला में पेयजल एवं निस्तार हेतु पानी की आपूर्ति एसईसीएल के स्थानीय प्रबंधन के द्वारा किया जाता है। व्यवस्था बन्द करने से ग्रामीणों में आक्रोश है। बांकी खदान के पास स्थित बांकी बस्ती, 4 नंबर बस्ती, मड़वाढोंढ़ा, पुरैना गांव में भविष्य में पानी का संकट गहरा सकता है।
गौरतलब है कि कोरबा क्षेत्र के सबसे पुराने अंडरग्राउंड खदानों में बांकी खदान को बिना माइनिंग क्लोजर प्लान के बंद कर दिया गया है और प्रबन्धन की ओर से प्रभावित क्षेत्र को दी जाने वाली सुविधाओं को बंद किया जा रहा है। खदान बन्द हो जाने के बाद खदान के अंदर जमा पानी को पेयजल और निस्तार के लिए आपूर्ति किया जा रहा था, उसे भी बंद कर दिया गया है जिससे पानी संकट गहराने की नौबत आ चुकी है। नगर निगम द्वारा भागीरथी जल-नल योजना अंतर्गत घरेलू नल लगाने के बाद एसईसीएल को बहाना भी मिल गया है। ऊर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति के पदाधिकारियों ने ग्रामीणों के साथ बैठक कर निर्णय लिया है कि किसानों की जमीन का उपयोग कर लेने और उत्पादन बन्द हो जाने के बाद अपनी सारी जिम्मेदारियों से एसईसीएल भाग जाना चाहती है जिसके खिलाफ आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। उन्होंने प्रभावित सभी बस्ती में जाकर जन जागरूकता चलाकर बड़ा आंदोलन खड़ा करने का आव्हान किया है। बांकी 4 नंबर बस्ती में बैठक के दौरान राजू यादव, हरीश यादव, राधे श्याम, हर सिंह कंवर, राजू बिंझवार, महेंद्र सिंह कंवर ,भरत सिंह कंवर, बहारन यादव, जयसिंह बिंझवार, गणेशु बिंझवार आदि उपस्थित थे।

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