परिवहन और डंपिंग में लापरवाही पर होगी सख्त कार्यवाही
कोरबा। जिले के ऊर्जा संयंत्रों से निकलने वाले राखड़ के परिवहन और डंपिंग में लापरवाही पर सख्त कार्यवाही की जाएगी। संयंत्रों से निकलने वाले राखड़ के सुरक्षित निष्पादन और राखड़ परिवहन वाले सड़कों की देखभाल करने की जिम्मेदारी ऊर्जा संयंत्र प्रबंधनों की होगी।
कलेक्टर संजीव झा ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित फ्लाई ऐश उपयोगिता समिति की समीक्षा बैठक में तिरपाल ढांक कर ही राखड़ परिवहन करने तथा धूल उड़ने पर पानी का छिड़काव लगातार करते रहने के निर्देश दिए। राखड़ परिवहन के लिए अनुमति प्राप्त वाहनों पर अनुमति आदेश और इनवॉइस की कॉपी भी गाड़ी में रखने निर्देशित किया। नियम विरुद्ध और गैर जिम्मेदाराना तरीके से राखड़ परिवहन करने पर कार्यवाही के निर्देश परिवहन और पर्यावरण विभाग के अधिकारियों को दिए। कलेक्टर को पावर प्लांट प्रबंधनों के अधिकारियों ने बताया कि उत्सर्जित राखड़ का निष्पादन सीमेंट उद्योग, फ्लाई ऐश ब्रिक निर्माण तथा अनुमति प्राप्त भूमि में डंपिंग कर किया जाता है। कलेक्टर ने कहा कि नागरिकों को बिना परेशानी हुए फ्लाईऐश का निष्पादन किया जाए। फ्लाई ऐश का डंपिंग अनुमति प्राप्त जमीन में ही किया जाए। राखड़ को जिला तथा संभाग के आसपास जिलों के ब्रिक निर्माता कंपनियों को देने की व्यवस्था सुनिश्चित करें। राखड़ का सुरक्षित निष्पादन करें जिससे नागरिकों को स्वास्थ्यगत परेशानी नहीं हो। किसानों के खेतों में भी राखड़ डंपिंग नहीं होना चाहिए। कलेक्टर ने ऊर्जा संयंत्र प्रबंधन के अधिकारियों को राखड़ के वेस्ट लैंड एरिया में मेलिया दुबिया प्लांटेशन करने के निर्देश पर प्रगति नहीं आने से गहरी नाराजगी जताई। पर्यावरण सुरक्षा की दृष्टि से मेलिया दुबिया के प्लांटेशन में तेजी लाने और गंभीरता पूर्वक कार्य करने के निर्देश सभी संस्थानों को दिए। बैठक में बाल्को, एनटीपीसी, सीएसईबी, लैंको प्रबंधनों के अधिकारी, अपर कलेक्टर विजेंद्र पाटले, डीएफओ कोरबा पी अरविंद, डीएफओ कटघोरा श्रीमती प्रेमलता यादव, सभी एसडीएम और पर्यावरण अधिकारी भी मौजूद रहे।