हिमांशु डिक्सेना कोरबा (पाली):- अगर भावना में थोड़ी सी भाव आ जाये तो मनुष्य जीवन सुधर जाएगा और भाव भगवान की भक्ति से प्राप्त हो सकता है इसलिए कलयुग में भवसागर से पार होने के लिए सिर्फ एक साधन है और वो है भगवान की भक्ति करना, जहां क्रोध,लोभ और वासना है वहां भगवान कभी नही जाते भगवान तो सरल स्वभाव के लोगों को प्राप्त होते है।
उक्त बांते विखं. पाली के ग्राम सैला में आयोजित भागवत कथा के चौथे दिन की कथा के दौरान कथा वाचिका पूज्या दीदी हेमलता शर्मा ने कही, उन्होंने कहा वर्तमान में आ रही प्राकृतिक आपदावों का प्रमुख कारण प्राकृतिक संसाधनों का दोहन है जो वेद पुराणों में पहले से ही उल्लेख है और जब तक धर्म और सांसारिक नियमों के विरुद्ध कार्य होंगे तब तक इस तरह के आपदाएं आते रहेगें और इससे बचने के लिए सामूहिक प्रयास आवश्यक है। भागवत कथा के चौथे दिवस प्रहलाद कथा,गजेंद्र मोक्ष भगवान के वामन अवतार की कथा का श्रवण कथा वाचिका पूज्या हेमलता द्वारा कराया गया साथ ही वामन अवतार की झांकी निकाली प्रस्तुत की गई, कथा प्रतिदिन दोपहर 1 बजे से प्रारंभ होकर शाम 7 बजे ताज आयोजित होती है, भागवत कथा का समापन 07 अक्टूबर को गीता पाठ,तुलसी वर्षा,हवन,सहस्त्र धारा ब्राम्हण भोजन भंडारा के साथ होगा,भागवत कथा के आयोजक सैला निवासी शिवदयाल मेश्राम,शिवदुलारी (भोला) मरकाम,श्रीमती कला बाई मरकाम है आयोजक ने सभी ग्रामीणों एवं क्षेत्र वासियों को अधिकाधिक संख्या में भागवत कथा सुनने हेतु सैला पधारने का आग्रह किया है।