हिमांशु डिक्सेना कोरबा(पाली):- पाली मुख्यालय में संचालित विश्वविघालय के सामने सागौन प्लांटेशन पर छोटी झाड़ियों के बीच भारी मात्रा में सरकारी मेडिकल वेस्ट खुले तौर पर फेंक दिया गया है।जिससे यह लापरवाही जीव जंतुओं के साथ मानव जीवन पर कभी भी भारी संकट पैदा कर सकता है।जिस जंगल में छोटी झाड़ियों के बीच यहाँ-वहाँ मेडिकल वेस्ट फेंका गया है।वह फॉरेस्ट की जंगल है।तथा जहाँ जंगली जीव जंतु स्वछंद विचरण करते है।इसके अलावा जंगल के समीप बसे ग्रामीण इलाके के लोग भी उक्त जंगल से होकर आनाजाना करते है।व पालूत मवेशी भी उसी जंगल के समीप घासफूस चरते है।जहाँ मौके पर जाकर जब देखा गया तब वहाँ केंद्र व राज्य शासन से स्वास्थ्य केंद्र को प्रदत्त उपचार प्रयुक्त मेडिसिन सामाग्री के साथ बिना एक्सपायरी तिथि वाली अनेक रोगों की दवाइयां भी मौजूदा हालत में पाए गए।इस प्रकार की लापरवाही से एक ओर पर्यावरण को तो भारी नुकसान हो ही रहा है।दूसरी ओर खुले में पड़े मेडिसिन के साथ दवाइयों के खाली शीशी तथा इंजेक्शन सिरिंज आदि की चपेट में आने वाले जंगली जानवर अथवा पालतू मवेशियों और लोगों में पाइजन होने के खतरे से नकारा नही जा सकता।

ज्ञात हो कि नगर के भीतर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र संचालित है।जहाँ से रोजाना भारी मात्रा में मेडिकल वेस्ट निकलता है।शासन के निर्देशानुसार चिकित्सालय से निकलने वाले मेडिकल वेस्ट को खुले में फेंकने पर सख्त पाबंदी है।नियमतः गड्ढा खोदकर डिकम्पोजीट किये जाने का प्रावधान है।लेकिन खुले में फेंके गए मेडिकल वेस्ट के नजारे को देखने के बाद कहा जा सकता है कि यह लापरवाही जंगली जीव के साथ मानव जीवन के लिए कभी भी पॉइजन के रूप में भारी खतरा पैदा कर सकता है।इस मामले से जब पाली वनपरिक्षेत्र अधिकारी प्रहलाद यादव को अवगत कराया गया तब उनके द्वारा संबंधित स्वास्थ्य अधिकारी को शिकायत पत्र प्रेसित करने की बात कही।वहीं प्रतिक्रिया जानने खंड चिकित्साधिकारी डॉ. सी.एल.रात्रे से संपर्क करने का प्रयास किया गया।लेकिन उनसे संपर्क नही हो पाया।जिसके कारण उनकी प्रतिक्रिया नही मिल पायी।

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