हिमांशु कोरबा – कटघोरा मुख्यालय से 18km वनांचल ग्राम दुलहीकछार में निवासरत सेवक राम सारथी जो की जन्म से ही दोनो हाथो व पैरो से 100% दिव्यांग है सेवक के 2वर्ष के ही आयु में उनके पिता बालाराम जी का स्वर्गवास हो गया,,

माँ की ममता महान

सेवक राम की सेवा जतन , नहलाना, धुलाना, मल मूत्र, कपडे पहनाना, खाना खिलाना इत्यादि सारे कार्य करती 55 वर्षीय माँ जो कि कभी थकती नही, कभी रोती नही, ईश्वर की माया देखो जन्म लेते ही पिता का साया सर से उठा किन्तु अपने लाल को गोद में लिटा कर तीनो समय हसते हसाते खाना खिलाती है। संस्था के प्रमुख कार्यकर्ता सेंटी जी द्वारा यह देखकर तो आत्मा दुखी हो गई किन्तु धन्य है वो माँ जिसने सीने से लगा लाल को सम्हाल रखा है।।

सेंटी जी को जब जानकारी मिली कि ऐसी अवस्था में एक दिव्यांग भाई रहते है वे खुद को रोक नही पाये, वे कटघोरा की टीम के साथ जाकर उनसे मिले, उनको व्हील चेयर देकर इनके साथ समय बिताकर वो खुशी मिली जो किसी पैसे से नही खरीदी जा सकती और सबसे बडी खुशी तब मिली जब सेवक राम के चेहरे में मुस्कान दिखी।।

व्हील चेयर संस्था को कटघोरा निवासी स्व श्री बंशी लाल जायसवाल जी के स्मृति में प्राप्त हुई थी, श्री राम जी आपको अपने चरणों में जगह दे

संस्था के कार्यकर्ता सुबह से शाम सेवा कार्य में लगे रहते हैं यह सब सेवाएं आप सभी के सहयोग व आशीर्वाद से ही संभव हो रहें हैं

आप सभी से विशेष अनुरोध है की आप भी सेवक राम जी से मिलकर अपने स्तर तक उनकी मदद करें, इस परिस्थिति में भी वो और उनके परिजन हिम्मत नही हारे हैं, कृपया उनसे मिलकर पल, दो पल की खुशी उन्हें बाँट आएं
दिव्यागं भाई सेवक राम का माँ के सिवाय कोई दुजा नही इस दुनिया मै जो जतन कर सके।।
“आज दुनिया में महान बनने की चाहत तो हर एक में है,”
“पर पहले इंसान बनना अक्सर भूल जाते हैं”

सेवा मित्र: विरेन्द नामदेव, अनिल बाऊ पटेल, दीपक पटेल, सौरज ठाकुर, सेन्टी गर्ग

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