कोरबा (सेंट्रल छत्तीसगढ़) साकेत वर्मा :- कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल के मार्गदर्शन में जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों का उचित इलाज तथा देखरेख हो रहा है। जिले में अब तक कुल पांच हजार 791 कोरोना पाॅजिटिव लोगों की पुष्टि हुई है। कोरोना संक्रमितों में से तीन हजार 854 लोग ठीक होकर अपने घर लौट चुके हैं। वर्तमान में एक हजार 901 लोगों का इलाज कोविड अस्पतालों या होम आईसोलेशन में रखकर किया जा रहा है। ईएसआईसी कोविड अस्पताल में इलाज के लिये 142 बेड स्वीकृत हैं, जिनमें अब तक 915 मरीज भर्ती किये जा चुके हैं तथा 790 मरीज ठीक होकर डिस्चार्ज किये जा चुके हैं। वर्तमान में ईएसआईसी कोरबा में 79 कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज जारी है तथा 63 बेड रिक्त है। सीपेट कोविड केयर सेंटर में 850 बेड स्वीकृत हैं, जिनमें अब तक 843 मरीज भर्ती किये जा चुके हैं तथा 710 मरीज डिस्चार्ज किये जा चुके हैं। सीपेट में वर्तमान में 757 बेड रिक्त है तथा 93 मरीजों का इलाज चल रहा है। कृष्णा हाॅस्पिटल में 80 बेड स्वीकृत है, अब तक 35 मरीज भर्ती किये जा चुके हैं। दो मरीज डिस्चार्ज किये जा चुके हैं तथा 30 मरीजों का इलाज जारी है। जैनम एनजीओ(महाराजा हाॅटल) में 50 बेड स्वीकृत है जिनमें अब तक 43 मरीज भर्ती किये जा चुके हैं तथा 31 मरीज डिस्चार्ज किये जा चुके हैं। वर्तमान में 12 मरीजों का इलाज चल रहा है।
मरीजों के इलाज के लिये जिला प्रशासन द्वारा हर संभव प्रयास किया जा रहा है। जिले में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिये सभी उचित कदम उठाये जा रहे हैं, साथ ही संक्रमितों के इलाज के लिये बेहतर सुविधायें भी उपलब्ध करायी जा रही है। लक्षण तथा बिना लक्षण वाले मरीजों को घर पर ही रखकर होम आईसोलेशन की सुविधा भी प्रदान की जा रही है। कम लक्षण वाले मरीजांे को होम आईसोलेशन में रखकर कोरोना का इलाज किया जा रहा है। मरीज तथा उनके परिवार के लिये कोरोना से बचाव तथा इलाज वाली दवाईयों का किट बनाकर दिया जा रहा है। काॅल सेंटर के माध्यम से 24 घंटे होम आईसोलेटेड मरीजों की स्वास्थ्य की निगरानी भी रखी जा रही है। होम आईसोलेशन में रहने वाले मरीजों की गंभीरता को देखते हुये उन्हें कोविड अस्पताल में भर्ती भी कराया जा रहा है।
कम लक्षण तथा बिना लक्षण वाले मरीजों का इलाज होम आईसोलेशन में रखकर किया जा रहा है। अब तक जिले में कुल 3175 लोगों को होम आईसोलेट किया गया है। अब तक 2186 होम आईसोलेट मरीज स्वस्थ होकर होम आईसोलेशन से मुक्त किये जा चुके हैं। वर्तमान में कुल 1632 मरीजों का इलाज होम आईसोलेशन में रखकर किया जा रहा है।