रायगढ़ (सेंट्रल छत्तीसगढ़) हिमांशु डिक्सेना : जरनल प्रमोशन के परीक्षा परिणाम से असंतुष्ट विद्यार्थियों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है. परीक्षा की शुरुआत में केंद्र सरकार के निर्देश के अनुसार छत्तीसगढ़ सरकार ने भी कॉलेज में जनरल प्रमोशन देने की घोषणा की थी. सभी विद्यार्थियों को यह लगा कि वह सभी अगली कक्षा में प्रमोट कर दिए गए हैं. लेकिन जब परिणाम आया तो बड़ी संख्या में विद्यार्थियों को फेल और सप्लीमेंट्री दे दिया गया है.

परीक्षा परिणाम को लेकर विद्यार्थियों में व्यापक असंतोष है. एक ओर जहां अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों, प्रथम और द्वितीय वर्ष के प्राइवेट विद्यार्थियों को घर बैठ कर उत्तर लिखने की सुविधा दी गई. वहीं रेग्युलर प्रथम वर्ष और द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों को आंतरिक मूल्यांकन कर केवल एक प्रश्नपत्र के आधार पर उनका पूरा परिणाम जारी किया गया. आंतरिक परीक्षा में किसी कारणवश छात्र अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए. उन्हें परिणाम सुधारने का विश्वविद्यालय ने एक भी मौका नहीं दिया और परिणाम घोषित कर दिया गया.

परीक्षा परिणाम से असंतुष्ट छात्रा

बड़ी संख्या में विद्यार्थी फेल हो गए है. विद्यार्थियों में इस परिणाम को लेकर असंतोष बना हुआ है. अवसर की समानता को ध्यान में रखते हुए प्रथम और द्वितीय वर्ष के सभी पूरक एवं अनुत्तीर्ण विद्यार्थियों ने प्राइवेट और अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों की परीक्षा की तर्ज पर अपनी परीक्षा कराई जाने की मांग की है. उन्होंने कलेक्टर, विश्वविद्यालय, उच्च शिक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री के नाम से इस संबंध में ज्ञापन सौंपा है.

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