कोरबा। विभिन्न अवैधानिक कार्यों,गतिविधियों में संलिप्त नाबालिग अपचारी बालकों के सुधार के लिए संचालित बाल संप्रेक्षण गृह की सुरक्षा व्यवस्था को धता बताते हुए 2 अपचारी बालक फरार हो गये। रिसदी में संचालित बाल संप्रेक्षण गृह के गार्ड (नगर सैनिक) की ड्यूटी के दौरान बड़ी लापरवाही सामने आई है। मेन गेट खुला होने का फायदा उठाकर अपचारी बच्चे फरार हो गए। महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों ने सिविल लाइन थाना रामपुर सहित अपचारी बच्चों के संबंधित दोनों थानों को इसकी सूचना दी है।
रिसदी के बाल संप्रेक्षण गृह से तीसरी बार अपचारी बच्चों के फरार होने की घटना सामने आई है। किराए के मकान में संचालित सुरक्षा के दृष्टिकोण से अनुपयुक्त भवन में बाल संप्रेक्षण गृह का मजबूरी वश संचालन किया जा रहा है जबकि करोड़ों की लागत से कोहडिय़ा में निर्मित एकीकृत परिसर प्रशासन की अदूरदर्शिता से एप्रोच रोड के अभाव में 2 साल से शो-पीस बना हुआ है। इधर बाल संप्रेक्षण गृह रिस्दी में अपचारी बच्चों को संभालना मुश्किल हो रहा है। महिला एवं बाल विकास विभाग लगातार 3 गार्ड की मांग कर रहा है बावजूद एक गार्ड की तैनाती की गई है। यहां रखे गए 43 बालकों में से 2 लोग सुबह करीब 8:30 बजे गार्ड को चकमा देकर भाग निकले जो जांजगीर जिले के बलौदा एवं चाम्पा थाना क्षेत्रान्तर्गत के निवासी हैं। सिविल लाइन रामपुर पुलिस के द्वारा इनकी पतासाजी की जा रही है।
बाल संप्रेक्षण गृह रिसदी के प्रभारी अधीक्षक बजरंग सांडे ने बताया कि इस पूरे घटनाक्रम में गार्ड की बड़ी लापरवाही सामने आई है। संप्रेक्षण गृह में एकमात्र प्रवेश द्वार है जो प्रात: 8 बजे के करीब खुला था। गार्ड उसे बंद करना भूल गया था जिसका फायदा उठाकर बच्चे भाग निकले। केंद्र में अमले की कमी के साथ-साथ संचालन में तमाम चुनौतियां हैं। नवीन भवन एप्रोच रोड के अभाव में हमें संचालन के लिए नहीं मिल पाया है।