तीन गांवों को रोका गया पानी देगा एसईसीएल प्रबंधन
कोरबा। एसईसीएल प्रभावित बांकीमोंगरा क्षेत्र के बांकी बस्ती, मड़वाढोढ़ा, पुरैना में प्रबंधन द्वारा जल आपूर्ति रोके जाने से परेशान सैकड़ों ग्रामीणों का चक्काजाम अंतत: समाप्त हुआ। 12 घंटे तक चले चक्काजाम प्रदर्शन में देर रात त्रिपक्षीय वार्ता में मांगों पर सहमति बनी। प्रबंधन द्वारा जल्द ही सभी मांगों को पूरा कर जल आपूर्ति बहाल की जाएगी।
शुक्रवार को सुबह 10 बजे अपनी मांगों के संबंध में तीनों गांवों के ग्रामीणों द्वारा चक्काजाम आंदोलन शुरू किया गया। मुख्य सडक़ पर किए गए चक्काजाम के कारण दोनों ओर से आवागमन देर रात तक बाधित रहा। इस बीच तीन दौर की वार्ता प्रबंधन के द्वारा मौके पर पहुंच कर प्रभावित लोगों के साथ की गई जो विफल रही। ग्रामीण भी अपनी मांग पूरा होने तक उठने को तैयार नहीं थे। आखिरकार रात 11 बजे कटघोरा एसडीएम और एसईसीएल कोरबा के महाप्रबंधक द्वारा ग्रामीणों के साथ त्रिपक्षीय वार्ता की गई। पानी संबंधित समस्याओं का स्थाई समाधान और सुबह से पाईप लाईन सर्वे का काम शुरू करने के आश्वासन पर चक्काजाम समाप्त हुआ। त्रिपक्षीय वार्ता में एसडीएम कौशल प्रसाद तेंदुलकर, कोरबा महाप्रबंधक अजय तिवारी, कोरबा सिविल एसओ भानु, सुराकछार सब एरिया मैनेजर पी मावावाला, माकपा प्रतिनिधिमंडल से प्रशांत झा, जवाहर सिंह कंवर, अजीत सिंह कंवर, दामोदर, दीपक साहू उपस्थित थे।
माकपा ने खदान प्रभावित बांकी बस्ती,पुरैना,मड़वाढोढ़ा गांव में पेयजल और निस्तरी के लिए पानी पूर्व की तरह देने की मांग की जिस पर एसडीएम ने भी प्रबंधन से प्रभावित गांव में जल्द पानी की व्यवस्था करने के लिए कहा। कोरबा महाप्रबंधक ने कहा कि बांकी बस्ती और पुरैना गांव के पाईप लाईन का सर्वे किया गया है, जल्द ही जिला प्रशासन के साथ मिलकर पूर्व की तरह पाईप लाईन के माध्यम से पानी की व्यवस्था की जायेगी। तालाब को भरने की व्यवस्था और गांव में नया बोर होल जल्द कराने का आश्वासन दिया गया। समाधान न होने पर आगे अनिश्चितकालीन चक्काजाम की चेतावनी बैठक में दी गई। बहरहाल मांगों का समाधान होने के आश्वासन से ग्रामीणों ने राहत महसूस की है वहीं लगातार जारी चक्काजाम समाप्त होने से प्रबंधन और प्रशासन ने भी राहत की सांस ली है।