कोरबा। कुसमुंडा खदान के आसपास निवासरत ग्रामीण हैवी ब्लास्टिंग और कोयला डस्ट सहित अन्य समस्याओं से ग्रसित हैं। प्रबंधन से समस्याओं से निजात के लिए लगातार गुहार लगा रहे हैं लेकिन उनके समस्याओं का समाधान करने वाला कोई नहीं है। अपने विभिन्न मांगों को लेकर ग्रामीणों ने बुधवार को खदान के भीतर घुसकर प्रदर्शन शुरू कर दिया है और खदान का सारा कामकाज ठप करा दिया है। खदान का कामकाज बंद होने की वजह से एसईसीएल प्रबंधन के भी मुश्किलें बढ़ गई हैं। ज्ञात रहे कि कुसमुंडा खदान में लगातार पिछले कई दिनों से हड़ताल का दौर चल रहा है जिसकी वजह से लगातार उत्पादन प्रभावित हो रहा है। वित्तीय वर्ष समाप्त होने को है ऐसे में लक्ष्य को पूरा करना विभाग के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। ग्रामीणों द्वारा बार-बार प्रदर्शन कर उत्पादन ठप कराने से एसईसीएल प्रबंधन की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही है। ग्रामीणों द्वारा प्रदर्शन की सूचना पाते ही ऐसे प्रबंधन व पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे।