कोरबा। नगर पालिक निगम कोरबा के वर्ष 2023-24 का बजट साधारण सभा में प्रस्तुत किया गया। महापौर ने 8 अरब 77 करोड़ 5 लाख का अनुमानित बजट सदन के समक्ष रखा जिसमें अनेक जनकल्याणकारी कार्यों को कराने की प्राथमिकता होने की बात कही गई है। इसे लेकर विपक्षी पार्षदों ने जमकर हंगामा मचाया। उनका कहना है कि इस बजट में नया कुछ भी नहीं है। महापौर द्वारा शहर के विकास को लेकर किसी तरह की रूपरेखा नहीं बनाई गई है। हालांकि वाद-विवाद के मध्य बहुमत के आधार पर बजट को पारित कर दिया गया। इसके पूर्व बजट सत्र के प्रारंभ होने के साथ ही विपक्षी पार्षदों ने अनेक मुद्दे को लेकर महापौर को घेरा।
मेयर इन कौंसिल द्वारा पारित बजट को महापौर राजकिशोर प्रसाद ने साधारण सभा के समक्ष प्रस्तुत किया। इसके लिए इंदिरा गांधी स्टेडियम में स्थित राजीव गांधी ऑडिटोरियम में सभा का आयोजन किया गया। शुक्रवार को दोपहर 12 बजे सभापति श्यामसुंदर सोनी की अगुवाई में साधारण सभा की बैठक प्रारंभ हुई जिसमें पूर्व की बैठक में लिए गए निर्णयों को पारित कराया गया। इसके बाद अनेक एजेण्डे पर चर्चा हुई। इस दौरान विपक्षी पार्षद लगातार विभिन्न मुद्दे पर सत्ता पक्ष को घेरते नजर आए। इस वजह से लगभग 6 घंटे तक बजट प्रस्तुत नहीं हो सका। आखिरकार लगभग सायं काल 5 बजे महापौर ने वर्ष 2023-24 का अनुमानित बजट प्रस्तुत किया। बजट में 8 अरब 77 करोड़ 5 लाख का अनुमानित आय है। इसके विपरित 8 अरब 57 करोड़ 29 लाख व्यय का अनुमान है। महापौर ने अपने भाषण में बजट के संबंध में बताया कि शासन की महत्वाकांक्षी योजना गोधन न्याय के लिए 7 केन्द्र बनाए गए हैं। इसका विस्तार किया जाएगा। इसी तरह धनवंतरी योजना के तहत 6 दवाई दुकान संचालित है इसके भी विस्तार करने की योजना है। उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन, शहर की मुख्य सड़कों के जीर्णोद्धार, बड़े नालों का निर्माण, उद्यानों का निर्माण, सभी समाजों के लिए भवन निर्माण सहित इत्यादि योजनाओं के लिए करोड़ों रुपए के प्रावधान हैं जिसमें सभी वार्डों के विकास को ध्यान में रख कर योजना बनाई गई है। उनका कहना है कि आवासीय कालोनियों में सीवर लाइन की समस्या काफी गंभीर है इसके लिए भी भारी-भरकम राशि का प्रावधान है। कुल मिला कर महापौर के अनुसार अनुमानित वित्तीय बजट में सर्वांगीण विकास को ध्यान में रखा गया है। उन्होंने अंत में कहा कि सदन सहित क्षेत्र की जनता को यह विश्वास दिलाना चाहता हूं कि हितमूलक कार्यों के लिए बजट की कमी नहीं होगी। आम जन को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में लगातार प्रयास किए जाते रहेंगे।
0 विपक्षियों का हंगामा
बजट सत्र प्रारंभ होते ही नेता प्रतिपक्ष की अगुवाई में समूचे विपक्षी पार्षदों ने अनेक मुद्दे को लेकर सत्ता पक्ष को घेरने का सिलसिला प्रारंभ किया। इसके तहत पार्षदों ने सदन के अंदर नारेबाजी करते हुए महापौर के समक्ष जाकर बजट की प्रति को बेशरम फूल की माला पहना दी। इस दौरान दोनों पक्ष के मध्य हल्की नोंक-जोख हुई। इसके बाद सभापति ने बैठक की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी। हालांकि विपक्षी पार्षद इसके बाद लगातार अनेक मुद्दों को लेकर अवरोध खड़ा करते रहे। अंत में पार्षदों ने महापौर द्वारा प्रस्तुत बजट को नकारते हुए कहा कि इसमें नया कुछ भी नहीं है। इससे जनता को किसी तरह का लाभ मिलेगा।

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