कोरबा। आप अगर एक विद्यार्थी हैं, तो हर एक दिन आपके लिए शिक्षक दिवस जैसा होना चाहिए, क्योंकि एक शिक्षक होने के नाते कॉलेज कैम्पस में उनकी उपस्थिति का प्रत्येक दिन अपने विद्यार्थियों के लिए एक नई सीख देने वाला होता है। अगर एक शिक्षक और विद्यार्थी परस्पर यही भाव लेकर आदान-प्रदान का क्रम बनाए रखें, तो दोनों का जीवन सार्थक साबित हो सकता है। शिक्षक दिवस के अवसर पर यही लक्ष्य बनाएं कि शिक्षक व शिक्षार्थी आने वाले कल में एक आदर्श समाज और विकसित भारत की परिकल्पना साकार करने सतत अग्रसर रहेंगे।
उक्त बातें कमला नेहरु महाविद्यालय में मंगलवार को आयोजित शिक्षक दिवस समारोह के दौरान प्राचार्य डॉ. प्रशांत बोपापुरकर ने कही। कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्य की अगुआई में प्राध्यापकों और विद्यार्थियों ने मां सरस्वती की वंदना व देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस दौरान छात्र-छात्राओं ने शिक्षक दिवस और डॉ. राधाकृष्णन के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए इसके महत्व पर अपने विचार रखे। इस अवसर पर अंग्रेजी के विभागाध्यक्ष बृजेश तिवारी ने भी छात्र-छात्राओं को आशीर्वचन दिए। छात्र-छात्राओं ने अपने गुरुजनों को सम्मानित किया गया और उनके चरण छूकर उज्ज्वल भविष्य का आशीर्वाद प्राप्त किया। कार्यक्रम में अजय मिश्रा, डॉ. सुनील तिवारी, डॉ. सुशीला कुजूर, अनिल राठौर, भारती कुलदीप, डॉ ललिता साहू, कुणाल दासगुप्ता, सुमित बनर्जी, मनीष पटेल, रामकुमार श्रीवास, सुरेश कुमार महतो, राकेश कुमार गौतम, नितेश यादव, शंकर यादव, सुरेंद्र कुर्रे, नदीम अंसारी समेत अन्य उपस्थित रहे। महाविद्यालय में वर्षों से सेवा प्रदान कर युवाओं के अनगिनत बैच को उच्च शिक्षा प्रदान कर चुके संस्था के वरिष्ठ प्राध्यापकों को सम्मानित किया गया। प्राचार्य डॉ. प्रशांत बोपापुरकर ने उन्हें स्मृति चिन्ह प्रदान कर उनकी निरंतर सेवाओं के लिए आभार व्यक्त किया। सम्मानित प्राध्यापकों में हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. अर्चना सिंह व भूगोल विभागाध्यक्ष अजय मिश्रा शामिल हैं।