सुकमा (सेंट्रल छत्तीसगढ़) : एसटीएफ जवान से दो लाख रुपये की उठाइगिरी के मामले में सुकमा पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. घटना के 24 घंटे के भीतर ही पुलिस ने मामले को सुलझा लिया है. ओडिशा राज्य के बालीमेला थाना क्षेत्रांतर्गत चित्तापारी गांव से दो आरोपी कार्तिक दास और आउर काली को गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपी ओडिशा राज्य के गंजाम जिले के रहने वाले हैं. पुलिस ने आरोपियों के पास से लूट की रकम के दो लाख और बाइक भी बरामद की है. गिरफ्तार दोनों युवक अंतरराज्यीय चोर गिरोह के सदस्य बताए जा रहे हैं. जो देश के अलग-अलग प्रांतों में उठाइगिरी की घटना को अंजाम देते आ रहे थे.
सोमवार को एसटीएफ जवान कवासी सूमड़ा जिला मुख्यालय में मौजूद स्टेट बैंक से दो लाख की राशि लेकर अपने साथी के साथ पुलिस लाइन जा रहा था, इस दौरान शहर से बाहर कस्तूरबा गांधी आश्रम के पास दो बाइक सवार बदमाश जवान से पैसों से भरा थैला छीनकर फरार हो गए. जवानों ने बदमाशों का पीछा किया, लेकिन उन्हें पकड़ने में नकाम रहे. पीड़ित जवान ने मामले की शिकायत कोतवाली थाना में दी है. पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है. सुकमा एसबीआई प्रबंधन से जानकारी मिली कि संदिग्ध व्यक्ति बैंक परिसर में देखे गए हैं.
आरोपियों तक ऐसे पहुंची पुलिस
अंतरराज्यीय चोर गिरोह को पकड़ने के लिए हाल ही में शहर में लगाए गए सीसीटीवी कैमरे और साइबर सेल की अहम भूमिका रही है. घटना के बाद पुलिस ने बैंक और शहर में लगे सीसीटीवी फुटेज की बारीकी से पड़ताल की. पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा ने बताया कि चोरी की घटना को अंजाम देने के बाद बाइक के पीछे बैठा आरोपी मोबाइल फोन पर बात करता नजर आया था. पुलिस ने इलाके में उस समय काम कर रहे सभी लोगों के मोबाइल टावर डंपिंग सिस्टम के तहत कॉल डिटेल्स खंगाले. कॉल डिटेल के आधार पर पता चला कि आरोपी ओडिशा राज्य के बालीमेला थाना क्षेत्र में छुपे हैं. सुकमा पुलिस ने तत्काल एक विशेष टीम का गठन कर मौके के लिए रवाना किया. जहां आरोपियों को घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया गया है.