कोरबा। एनटीपीसी कोरबा की कवियत्री छन्दकार श्रीमती आशा देशमुख की रचनाएँ कर्नाटक राज्य के अक्कमहादेवी विश्वविद्यालय विजयपुरा के स्नातक कोर्स बीएससी, बीएचएससी, बीएफटी,बीसीए पाठ्यपुस्तक में अनिवार्य विषय में सम्मिलित किया गया है।
कर्नाटक राज्य अक्कमहादेवी महिला विश्वविद्यालय से 100 से भी अधिक महाविद्यालय संबद्ध है, जहां हिंदी को अनिवार्य विषय में शामिल किया गया है। शिक्षा विभाग कर्नाटक शासन व विश्वविद्यालय की सहमति के उपरांत आशा देशमुख की तीन कृतियां प्रकृति का उपहार, स्वस्थ तन स्वस्थ भोजन तथा एक आव्हान व कर्म देश के प्रति को पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है। उल्लेखनीय है आशा देशमुख ने छंदबद्ध पुस्तक छंद चंदैनी व रावण रचित शिव तांडव स्रोत का छत्तीसगढ़ी में भावानुवाद कर साहित्य जगत में काफी प्रसिद्धि हासिल की थी। अरुण कुमार निगम सहित चोवाराम वर्मा, सूर्यकांत गुप्ता, दिलीप कुमार वर्मा, जितेंद्र कुमार वर्मा, सुखदेव सिंह अहिलेश्व की रचनाओं को भी स्थान मिला है। श्रीमती सरला शर्मा की रचनाएँ भी इस पाठ्यपुस्तक में गरिमा प्रदान कर रही हंै।