रायपुर। जब खेलता था तब मेरा बल्ला बोलता था और अब खाली हूं तो बस बोल हैं। यह कहना है भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेन्द्र सहवाग का। सहवाग शुक्रवार को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में युवा उत्सव के मौके पर इंडोर स्टेडियम में अराईज कार्यक्रम में शामिल होने आए थे। उन्होंने हजारों की संख्या में मौजूद युवाओं को कामयाबी के टिप्स दिए।
सहवाग ने कहा कि स्वामी विवेकानंद की एक बात उनमें उत्साह भरती रही कि उठो, जागो और तब तक न रुको जब तक अपना लक्ष्य न हासिल कर लो।
सहवाग ने इस मौके पर कहा, “सपने देखें और उन्हें पूरा भी करें। छत्तीसगढ़ के युवाओं को अपने युवा होने का फायदा उठाना चाहिए। आज जितने भी युवाओं को सम्मानित किया गया सभी शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े थे। एक कार्यक्रम ऐसा भी हो जिसमें खिलाड़ियों का सम्मान हो। क्योंकि खेलना आसान है, लेकिन देश के लिए खेलना मुश्किल है।”
प्रदेश के युवाओं से उन्होंने कहा कि पहले लगता था कि नजबगढ़िया ही सबसे बढ़िया होते हैं, यहां आकर पता लगा कि छत्तीसगढ़िया सबले (सबसे) बढ़िया।
कार्यक्रम में मौजूद मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कहा, “छत्तीसगढ़ के युवाओं ने अपनी प्रतिभा और मेहनत से शिक्षा, खेलों सहित सभी क्षेत्रों में कामयाबी का परचम लहराया है।”
मुख्यमंत्री सहवाग का स्वागत करते हुए कहा, “सहवाग से युवाओं को निर्भीकता और बहादुरी के साथ अपने चुने गए क्षेत्र में आगे बढ़ने की प्रेरणा लेनी चाहिए। युवा बड़े लक्ष्य निर्धारित करें और उन्हें हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करें। युवा छत्तीसगढ़ का भविष्य हैं।”
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल, सांसद रमेश बैस, मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, रायपुर कलेक्टर ओपी चौधरी, पद्मश्री डॉ. सुरेन्द्र दुबे मौजूद रहे।