कोरबा। वरिष्ठ अधिवक्ता विजय कुमार दुबे द्वारा लिखित राजस्व पुस्तक परिपत्र ग्रंथ का लोकार्पण किया। लगभग 1100 पृष्ठों के इस ग्रंथ में छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद लोक हित में भू-राजस्व संहिता में अनेकों संशोधन किए गए हैं। संशोधनों के प्रवर्तन के लिए राज्य सरकार द्वारा शासकीय परिपत्रों के माध्यम से जो दिशा निर्देश जारी किए गए हैं, उन सभी का समावेश इस ग्रंथ में किया गया है। राजस्व पुस्तक परिपत्र ग्रंथ के लेखक विजय कुमार दुबे ने बताया कि ग्रंथ में राजस्व संबंधी मामलों के संदर्भ में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा जारी किए गए अद्यतन परिपत्रों तक को समाहित किया गया है। उन्होंने बताया कि उनके द्वारा लिखित अनेक पुस्तकों जैसे व्यवहार वाद के प्रारूप, परिसीमा अधिनियम, म.प्र. क्रिमिनल डाइजेस्ट, छत्तीसगढ़ आबकारी विधि संग्रह, छत्तीसगढ़ नजूल भूमि एवं छत्तीसगढ़ भू-राजस्व संहिता आदि में से यह चौथी पुस्तक है जिसका विमोचन राजस्व मंत्री द्वारा किया गया है। 

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