कोरबा। गांव में बिजली गुल होने पर आवश्यक सुधार कार्य के लिए बिजली के बारे में थोड़ा बहुत जानकार ग्रामीण युवक को खंभे पर चढ़ा दिया गया। वह सुधार के दौरान नीचे गिर पड़ा और काफी चोट आने के कारण तत्काल ईलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया।
जिले के दूरस्थ और ग्रामीण अंचलों में बिजली विभाग के अधिकारियों और नियुक्त लाइनमैनों की मनमानी की बातें सामने आती रहती हैं। ऐसा ही एक मामला करतला क्षेत्र के अंतर्गत सामने आया है जहां विद्युत सुधार के लिए भजन नामक ग्रामीण युवक को चढ़ा दिया गया और सुधार के दौरान वह गिर पड़ा। अपुष्ट तौर पर ज्ञात हुआ है कि भजन न तो संविदा कर्मचारी है और न ही विद्युत विभाग का कर्मचारी बल्कि उससे अक्सर विद्युत कार्यों के लिए सहयोग लेते रहते हैं। ग्राम चाकामार से सरदुकला के मध्य फाल्ट होने के कारण बिजली गुल थी। शाम करीब 6-7 बजे के मध्य यहां लाइनमैन पहुंचे थे जिन्होंने भजन को खंभे पर चढ़ा दिया और थोड़ी देर बाद हादसा हो गया। उसे आनन-फानन में अस्पताल पहुंचाया गया है। समाचार लिखे जाने तक घायल भजन की स्थिति के बारे में अपडेट ज्ञात नहीं हो सका है।
भाजपा के करतला मंडल अध्यक्ष नटवर शर्मा ने आरोप लगाया है कि विद्युत वितरण विभाग के कनिष्ठ यंत्री और लाइनमैन मुख्यालय में नहीं रहते। कनिष्ठ यंत्री को कहीं और का भी प्रभार मिला हुआ है जिसके कारण वे ज्यादातर बाहर ही रहते हैं और करतला सब स्टेशन मुख्यालय से ज्यादा मतलब नहीं रखते। यहां के लिए पदस्थ किए गए विभागीय लाइनमैन भी सुबह आकर शाम को चले जाते हैं लेकिन जरूरत के वक्त बहुत कम मिलते है। इनके द्वारा सुधार कार्य के लिए विद्युत ठेका कर्मियों की मदद ली जाती है। विद्युत कर्मियों के इस तरह के रवैय्ये के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत संबंधी समस्याओं का निराकरण समय पर नहीं हो पाता और लोग हलाकान होते रहते हैं।