कोरबा। छत्तीसगढ़ राज्य में बिजली की बढ़ती मांग को देखते हुए विद्युत उत्पादन कंपनी द्वारा कोरवा पश्चिम में सुपर थर्मल 1360 मेगावाट एवं पंप स्टोरेज हाइड्रो पावर प्लांट 7000 मेगावाट के लिए सभी आवश्यक प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। इन दोनों परियोजनाओं की पर्यावरण एवं अन्य प्रक्रिया पूरी होते ही निर्माण की निविदा इस वर्ष के अंत तक जारी होने की उम्मीद है। साथ ही भर चुके राखड़ बांध में 50 मेगवाट क्षमता के सोलर एनर्जी प्लांट लगाए जाएंगे।
छत्तीसगढ़ विद्युत उत्पादन कंपनी के प्रबंध निदेशक संजीव कुमार कटियार ने विद्युत कर्मचारी संघ फेडरेशन- 1 के प्रतिनिधि मंडल से चर्चा के दौरान जानकारी दी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में वर्तमान में बिजली की मांग 4800 मेगावाट है और इस गर्मी में मांग 5800 मेगावाट तक पहुंचने की संभावना है। बिजली की मांग व आपूर्ति के लिए कंपनी द्वारा नई परियोजनाओं की सभी औपचारिकताएं पूर्ण करने कार्य किया जा रहा है। 1360 मेगावाट की सुपर थर्मल की पर्यावरण मंजूरी का कार्य एक एजेंसी को दिया गया है। मंजूरी मिलते ही निर्माण की निविदा जारी की जाएगी। इसी तरह 7000 मेगावाट की पंप स्टोरेज हाइड्रो पावर कार्य प्रगति पर है। प्रथम चरण में आगामी दो वर्ष के अंदर बांगो क्षेत्र में 1200 मेगावाट की पंप स्टोरेज हाइड्रो पावर की इकाई प्रारंभ करने का लक्ष्य है। कटियार ने बताया कि कोरवा पूर्व के दो व कोरवा पश्चिम के दो राखड़ बांध भर चुके हैं, उनमें 50 मेगावाट क्षमता के सोलर एनर्जी प्लांट लगाया जाएगा। इस मौके पर फेडरेशन के महासचिव आरसी चेट्टी, प्रांतीय अध्यक्ष सुरेन्द्र शुक्ला ने विद्युत उत्पादन कंपनी के प्रयासों की प्रशंसा की। इसके साथ ही संगठन की ओर से कर्मचारियों की पदोन्नाति, पदों की पुर्नसंरचना, सीआफ नगदीकरण, घरघोड़ा में पदस्थ कर्मचारियों को उच्च न्यायालय के आदेशानुसार संयंत्र में पदस्थापना, विद्युत गृह विद्यालय में आत्मानंद अंग्रेजी विद्यालय का संचालन, मार्च 23 में संगठन की बैठक, स्कूल बस का आदेश पश्चात् संचालन पर चर्चा कर समस्या निराकरण की मांग की। इस दौरान संगठन की ओर से पवन दास, शाखा अध्यक्ष, रामेश्वर नागतोड़े अध्यक्ष मुख्यालय, बलजीत कंवर कार्यालय प्रभारी एवं भूपेन्द्र कन्नौजे उपस्थित रहे।