कोरबा। एल्युमिनियम इंप्लाइज यूनियन (एटक) बालको के द्वारा परसाभाठा में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया। बालको प्रबंधन की मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ यह धरना प्रदर्शन आम सभा में परिणित हो गया। महासचिव सुनील सिंह ने कहा कि प्रबंधन को समस्याओं को लेकर पत्र दिया गया था जिसका निराकरण नहीं किया गया। बालको प्रबंधन द्वारा लगातार श्रमिकों का शोषण किया जा रहा है। ठेका कर्मचारियों का एसटीएस-1 वर्ष 2017 में प्रबंधन के साथ कई बैठक होने के बाद एक ऐतिहासिक वेतन समझौता हुआ था। ठेका कर्मचारियों का सालाना इंक्रीमेंट 12 प्रतिशत था और प्रमोशन पॉलिसी भी बना हुआ था लेकिन किसी भी श्रमिकों का प्रमोशन नहीं हुआ है। प्रबंधन से मांग है कि ठेका कर्मचारियों का जनरल प्रमोशन किया जाए तथा श्रमिकों को बालको चिकित्सालय में ओपीडी सहित पूर्ण चिकित्सा सुविधा मुहैया कराई जाए। कारखाने के आसपास की श्रमिक बस्तियां की महिला पुरुषों को रोजगार दिया जाए एवं जिन कर्मचारियों का प्लांट में काम करते-करते आकस्मिक मृत्यु हो गई या ऐसी बीमारी से ग्रसित हो गए जो कभी ड्यूटी नहीं जा पा रहे है उनके परिवार के एक सदस्य को नौकरी मिलना चाहिए। आमसभा को संगठन के अध्यक्ष एस के सिंह, संगठन सचिव धर्मेंद्र तिवारी, सहायक महासचिव धर्मेंद्र सिंह, कोषाध्यक्ष पी के वर्मा तथा राज्य एटक के सचिव एम एल रजक ने भी संबोधित किया।