कोरबा। कोरबा वनमंडल के जंगल में 2 अलग-अलग समूह में लगभग 40 हाथियों का दल विचरण कर रहा है। इतनी बड़ी संख्या में एक बार फिर हाथियों की मौजूदगी से जंगलों के आसपास के रहवासियों में हडक़म्प मची हुई है। कथित तौर पर वन अमला हाथियों पर नजर रखे हुए हैं लेकिन अपनी रक्षा के लिए ग्रामीण इन हाथियों पर आक्रामक होने से भी नहीं चूक रहे।
जानकारी के अनुसार कोरबा वनमंडल के ग्राम बाघमाड़ा स्थित डेम के ऊपर जंगल में 13 हाथियों के होने की जानकारी स्थानीय ग्रामीणों के हवाले से सामने आई है। इसी तरह 23 अन्य हाथियों का एक दल ग्राम गोड़मा के टांगामार जंगल में विचरण कर रहा है। नर और मादा सहित शावक हाथियों की लगातार बनी मौजूदगी से ग्रामवासियों में अपने जान-माल की सुरक्षा को लेकर भय व्याप्त है और वे हाथियों को खदेडऩे के लिए तरह-तरह के प्रयास और उपाय कर रहे हैं। सूचनाओं के अनुसार हाथियों के द्वारा जंगल से होकर गांवों की तरफ रुख किया जा रहा है तो गांव की तरफ आने से रोकने के लिए दहशतजदा ग्रामीणों के द्वारा इन्हें भगाने के लिए काफी जोर-जोर से शोर मचाने के साथ ही हमला भी किया जा रहा है। इस तरह का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है जिसमें कोरबा वनमंडल के ठाकुरखेता के बाघमाड़ा डेम के पास से गुजर रहे हाथियों को खदेडऩे की कोशिश ग्रामीण कर रहे हैं। एक ग्रामीण तो टॉवर पर चढ़ गया और हाथ में कुल्हाड़ी लेकर गुजरने वाले हाथियों पर वार करता नजर आ रहा है। अब ग्रामीणों की इस हरकत से कोई हाथी जख्मी हो गया तो फिर वह और उसके साथी उग्र होकर जान-माल का नुकसान करेंगे ही। हाथियों की आमद रोक पाने में जहां वन अमला आज पर्यन्त असफल साबित हुआ है वहीं जंगल के भीतर भोजन-पानी की पर्याप्त व्यवस्था भी नहीं कर सका है। भोजन-पानी की तलाश में भटकते हाथियों का दल जंगल-जंगल गांव-गांव पहुंच रहा है। हालांकि सूचना मिलने उपरांत वन अमला अलर्ट तो हो गया है लेकिन वह हाथियों को खदेड़ पाने व ग्रामीणों के जान-माल की सुरक्षा कर पाने में कितना सफल हो पाएगा यह तो हाथियों की मौजूदगी और उनके तेवर पर निर्भर होगा।