बस्तर (सेंट्रल छत्तीसगढ़) साकेत वर्मा : विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरा के संबंध में मंगलवार को बस्तर कलेक्टर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. कोरोना काल में दशहरा के मद्देनजर कई अहम फैसले लिए गए. कोरोना के खतरे को देखते हुए इस साल विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरा की सभी रस्मों और अनुष्ठान में कर्फ्यू का साया रहेगा. शाम 5 बजे के बाद से पूरे शहर में कर्फ्यू लगा दिया जाएगा. साथ ही बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों के बस्तर दशहरा में शामिल होने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है. इस बार पर्यटकों को बस्तर आने की अनुमति नहीं होगी. इसके अलावा शहर के लोग भी बस्तर दशहरा के अनुष्ठान में शामिल नहीं हो पाएंगे. बस्तर कलेक्टर रजत बंसल ने इसकी जानकारी दी.
बस्तर कलेक्टर रजत बंसल ने बताया कि इस बार बस्तर दशहरा के पूरे अनुष्ठानों में जिनकी अहम भूमिका रहती है, उन्हें ही शामिल होने की अनुमति होगी. पर्व में अत्यधिक भीड़ ना हो इसलिए प्रत्येक ग्राम पंचायत और सभी जिलों के कलेक्टर से संपर्क कर कम से कम लोगों को पर्व में भेजने का अनुरोध किया गया है.
सोशल मीडिया पर प्रसारित किए जाएंगे रस्में
बस्तर कलेक्टर ने कहा कि बस्तर की जनता को इस बार बस्तर दशहरा के सभी रस्में सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म की सहायता से दिखाई जाएंगी. कलेक्टर ने आगे कहा कि सभी अनुष्ठानों को यूट्यूब या फेसबुक पर से लाइव दिखाया जाएगा. इसके अलावा मीडिया के माध्यम से बस्तर दशहरा के सभी रस्मों को आम लोगों के लिए प्रसारित किया जाएगा, जिसके लिए प्रशासन ने व्यापक स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी हैं.
नहीं होगा 17 अक्टूबर से टोटल लॉकडाउन
जिला प्रशासन ने दशहरा पर्व में ज्यादा भीड़ न उमड़े और बिना किसी समस्या के पर्व का संचालन किया जा सके, इसके लिए तमाम एहतियात बरतने का प्रयास प्रशासन कर रहा है. इसके अलावा 5 बजे तक शहर की सारी व्यापारिक संस्थान बंद रखने के निर्देश यथावत रखने की बात कलेक्टर ने कही है. 17 अक्टूबर से शहर में सम्पूर्ण लॉकडाउन की बात को कलेक्टर ने पूरी तरह से अफवाह बताया है.