सूरजपुर (सेंट्रल छत्तीसगढ़) शांतनु सिंह : जिले के प्रतापपुर क्षेत्र के जाने-माने चिकित्सक डॉक्टर नरेंद्र प्रताप सिंह की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई. आकस्मिक मृत्यु के बाद उनके निवास स्थान पर आयोजित की गई शोकसभा में डॉक्टर नरेंद्र के सेवा भाव, व्यवहार कुशलता और कार्यशैली को याद करते हुए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई.
कोरोना से प्रतापपुर में पहली मौत डॉ नरेंद्र सिंह की हुई थी. जिले के जाने-माने चिकित्सक के सेवा भाव, व्यवहार कुशलता और कार्यशैली को याद करते हुए पूरे क्षेत्र के लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. प्रतापपुर में कई वर्षों से डॉक्टर नरेंद्र प्रताप सिंह स्वास्थ्य केंद्र में बीएमओ के पद अपनी सेवाएं दे रहे थे. इसके बाद उन्होंने शासकीय नौकरी छोड़कर निजी चिकित्सालय शुरू किया था. इस दौरान कोरोना पॉजिटिव होने के बाद इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई थी.
प्रतापपुर में ही उपलब्ध कराई सभी सुविधा
शोक सभा में पहुंचे पूर्व गृहमंत्री रामसेवक पैकरा ने डॉ नरेंद्र सिंह की मौत को पूरे प्रतापपुर क्षेत्र और समाज के लिए अपूरणीय क्षति बताया. परिवार को सांत्वना देते हुए उन्होंने कहा कि डॉक्टर साहब के जाने से हमने अपना एक युवा साथी खो दिया है, जिनकी कमी कोई पूरा नहीं कर सकता. इस दौरान डॉ नरेंद्र प्रताप सिंह की पत्नी प्रतिमा सिंह ने बताया कि डॉ साहब का सपना था कि वो गरीबों के लिए कम पैसे में सारी चिकित्सा सुविधा प्रतापपुर में ही उपलब्ध कराएं. वे चाहते थे कि गांव के गरीब लोगों को अम्बिकापुर का चक्कर काटना नहीं पड़े और उन्हें कम पैसों में ही सारी सुविधाएं प्रतापपुर में ही उपलब्ध हो जाएं.