कोरबा। जिला पुरातत्व संघ की बैठक कलेक्टर संजीव झा की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में जिले में स्थित पुरातत्व संग्रहालय के रख-रखाव एवं उन्नयन तथा उसे बहुआयामी बनाने का निर्णय लिया गया। साथ ही जिले के पुरातत्व संपदा के संरक्षण और पर्यटन की दृष्टि से विकास हेतु भी चर्चा की गई।
कलेक्टोरेट सभा कक्ष में आयोजित संघ की बैठक में जिला पुरातत्व संग्रहालय कोरबा को स्टाफ सहित संस्कृति एवं पुरातत्व संग्रहालय विभाग रायपुर को सौंपने के लिए प्रस्ताव पारित किया गया। संग्रहालय भवन के उन्नयन के संबंध में प्रस्ताव पारित किया गया। यहां ओडिटोरियम निर्माण कर शोध, संगोष्ठियां का आयोजन एवं अन्य गतिविधियां संचालित करने के लिए प्रस्ताव पारित किया गया। संग्रहालय के रख-रखाव एवं साफ-सफाई का कार्य नगर निगम के माध्यम से कराया जाएगा। कलेक्टर ने विद्यालय के छात्र-छात्राओं को संग्रहालय भ्रमण कराने हेतु जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया ताकि विद्यार्थियों का ज्ञानवर्धन हो और अपने आसपास के पुरावैभव से परिचित हो सकें। संग्रहालय भवन का उपयोग संगीत, नृत्य, पेंटिंग आदि गतिविधियों के लिए भी हो इसके लिए प्रस्ताव किया गया। संग्रहालय के आर्ट गैलरी में बाहरी कलाकारों को अपनी कलाकृतियां प्रदर्शित करने का मौका मिले इस हेतु भी प्रस्ताव पारित किया गया। विधायक प्रतिनिधि सुरेंद्र प्रताप जायसवाल ने आर्ट गैलेरी में छत्तीसगढ़ के लोक नृत्य, लोक संगीत जैसे गड़वा बाजा, राउत नाचा, मोहरी वादन आदि गतिविधियां आयोजित करने का सुझाव दिया। बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया कि कोरबा जिले में राम वन गमन मार्ग का सर्वे एवं चिन्हांकन और परीक्षण पश्चात् इन स्थलों को राम वन गमन पथ में जोड़ने हेतु शासन को प्रस्ताव भेजा जाएगा।
बैठक में विधायक प्रतिनिधि कोरबा सुरेंद्र प्रताप जायसवाल, संयुक्त कलेक्टर सेवा राम दीवान, एसडीएम सुश्री सीमा पात्रे, जिला शिक्षा अधिकारी जी.पी. भारद्वाज, हरि सिंह क्षत्रिय मार्गदर्शन जिला संग्रहालय सहित संघ के अन्य सदस्यगण उपस्थित थे।