कोरबा (सेंट्रल छत्तीसगढ़) (हिमांशु डिक्सेना) पाली :- लाक डाउन के दौरान लोगों की आवाजाही कम होने और गर्मी बढ़ने के कारण भोजन एवं पानी की तलाश में लगातार जंगलों से भटक कर वन्य जीव ग्रामीण इलाकों में पहुंच रहे हैं। इस दौरान उन पर शिकार बनने का भी खतरा मंडरा रहा है । कभी वे कुत्तों और अन्य हिंसक प्राणियों के शिकार बनते हैं तो कभी वो शिकारियों द्वारा भी निशाना बनाए जाते हैं । ऐसा ही एक मामला आज सामने आया है । पाली फारेस्ट आफिस से महज 2 किलोमीटर दूर सरायपाली के पास जंगल में एक घायल हिरन लहूलुहान कुत्तों से घिरा मिला। हिरण के शरीर पर कई गहरे जख्म लगा हुआ था । जाहिर है शिकार के इरादे से आवारा कुत्तों ने हमला किया था ।ग्रामीणों ने हिंसक कुत्तों से हिरण को बचाते हुए इसकी सूचना मिलने पर पाली वन विभाग और ग्रामीणों की मदद से उसका रेस्क्यू किया गया और उसे इलाज के लिए आनन-फानन में पाली पशु चिकित्सालय ले जाया गया है। इससे पहले भी आसपास के इलाके में चीतल और हिरण के कुत्तों द्वारा शिकार किये जाने के मामले आ चुके हैं। 2 दिन पहले ही एक जंगली सूअर रतिजा के निकट घायलावस्था में मिला था। वही आज ही भण्डारखोल में जंगली सूअर का भी शिकार कर पार्टी की तैयारी कर रहे 6 ग्रामीणों को गिरफ्तार भी किया गया है ।जाहिर है इन दिनों वन्य प्राणियों के शिकार के मामले भी बढ़ते जा रहे हैं जिसे लेकर अतिरिक्त एहतियात बरतने की जरूरत है। फिलहाल घायल हिरण का इलाज पशु चिकित्सालय पाली में किया जा रहा है।