पाली (हिमांशु डिक्सेना) – पाली मे शाम 6 बजे अचानक तेज अंधड़ के साथ बारिश ने लोगों को संभलने का मौका नहीं दिया।जिसने नगर की सवक्चता अभियान, नाली निकासी, सफाई व्यवस्था की पोल खोल दी।वहीं बिजली व्यवस्था भी छिन्न भिन्न हो गया। कई जगह पेड़ उखड़ गए, होल्डिंग्स, बोर्ड ,फ्लैकस,बिजली के खम्बे क्षतिग्रस्त हो गए। सबसे ज्यादा छोटे-छोटे दुकानों को काफी नुकसान पहुंचा है ।नगर के अनेक वार्डों में नाली जाम होने से पानी सड़क पर आ गया। नाली का गन्दा पानी कई घरों में घुस गया। जिसे व्यवस्थित करने में अभी कई दिन लग जाएंगे ।वहीं दूसरी ओर बिजली सेवा भी पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गई ।दोनों ही व्यवस्था को सुधारने में नगर पंचायत और विद्युत विभाग के कर्मचारी लगे हुए हैं ।इन खबरों के लिखे जाने तक कई ग्रामो में बिजली सेवा बहाल नहीं हो पाई थी।
आंधी तुफान के साथ हुए तेज बारीस ने विखन पाली के कई गाँव मे कहर बरपाया है। पोंडी, पोलमी ,निरधी, सिल्ली, परसदा ,शिवपुर सहित आस पास के इलाकों में कहर ढा दिया है। सैकडो़ सीटदार मकान ,बिजली के खंभे सहित सैकडो़ पेंड़ नेस्तनाबुत हो गए।क्षेत्रीय जनपद सदस्य कय्युम भाई ने इसकी सुचना तहसीलदार पाली को दे दी है। आर्थीक छतिपुर्ति राशी प्रदान करने प्रकरण तैयार करने हल्का पटवारी को तत्काल निर्देशित करने निवेदन किया है।
बिजली सेवा बहाल करने ग्रामीण खुद भिड़े
अंधड़ और बारिश से सबसे ज्यादा नुकसान विद्युत विभाग को हुआ है। जगह-जगह खंबे टूट गए हैं ।बिजली का तार टूट गया है। पेड़ खंभों पर गिर गया है। ट्रांसफार्मर उड़ गए हैं। ऐसी कई समस्याएं प्राय हर गांव में देखने को मिल रहा है। पाली क्षेत्र के लगभग 50 से अधिक ग्राम पंचायत में ब्लैकआउट की स्थिति है। हालात ऐसे हैं कि संसाधन की कमी और कर्मचारियों का अभाव के कारण विद्युत आपूर्ति कब बहाल होगी यह कह पाना मुश्किल है। ग्राम मुनगाडीह बकसाही, सीस क्षेत्र के लगभग 25 से अधिक गांव में बिजली व्यवस्था के लिए ग्रामीणों ने खुद बीड़ा उठाते हुए विद्युत आपूर्ति बहाल करने के लिए 11 केवी लाइन को सुधारने पहल और प्रयास किया है।पाली विद्युत सब स्टेशन में पहुंचकर ग्रामीणों ने बिजली के खंभे को खड़ा किया और विद्युत तार को भी जोड़ने सहयोग किया है ।विद्युत विभाग के कर्मचारियों का हाथ बटाते हुए विद्युत आपूर्ति बहाल करने का लगातार प्रयास किया जा रहा है।