कोरबा (सेंट्रल छत्तीसगढ़) पोड़ीउपरोडा, :- ऐतमा नगर वन परीक्षेत्र मे हाथियों ने लगभग 20 दिनों से डेरा जमा रखा है, बिती शुक्रवार को हाथियों ने कोदवारी के चार ग्रामीणों के मकान छतिग्रस्त कर दिया, अभी हाथियों ने कंपार्टमेंट पी 467 में डेरा जमा रखा है, शाम होते ही जंगल से तिहाड़ मारते हुए गांव की ओर कुज करते हैं इस 20 दिन के अंतराल में कुरूभाठा, पचरा, सलिहाभाठा, मातिन, भोडूपानी,कोदवरी, के ग्रामीणों के अब तक 17 मकानों को भारी नुकसान पहुंचाया है ग्राम मातीन निवासी देवप्रसाद ने बताया कि हाथियों के दल आने के बाद से हम ग्रामीणों का जीवानचरिया ही बदल गया है, हर समय भय का वातावरण बना रहता है, समझ में नहीं आ रहा है जाएं तो जाएं कहां, सारा काम धाम बंद कर हाथियों का खबर लेने में ही लगे रहते है, ग्रामीण रिझम एक्का ने बताया कि अभी वर्तमान में पंचायत चुनाव का समय चल रहा है किंतु हमारे इन गांव में सन्नाटा सा पसरा हुआ है गजराज के भय के कारण हमारे इन प्रभावित ग्रामों में प्रत्याशियों द्वारा शोरगुल भी नहीं किया जा रहा है, समय से पहले शाम होते ही लोग सुरक्षित स्थानों में दुबक जया करते है, हाथियों का झुंड तीन-चार समूहों में बटा हुआ था जो एकाएक झुड मे समाहित होने की बात कही जा रही है, जिनकी संख्या अब 45 से साठ होना बताया जा रहा है, विभागीय संसाधन के अभाव में इन प्रभावित ग्रामो से हाथियों के दल को भगाने में सफलता नहीं मिल रहा है, सीमित संसाधन के कारण हाथी मित्र गजराज वाहन प्रवाहित ग्राम में जाकर अपनी उपस्थिति दर्ज करा आते हैं, ग्रामीण अपने खून पसीने की कमाई को हाथियों द्वारा बर्बाद करता देख भारी आक्रोश में है, किसानों के छती के मापदंड के अनुसार विभाग अवलोकन कर वाजिब मौजा प्राप्त नहीं होता, संतावना के रूप में विभाग द्वारा प्रकरण तैयार कर नाम मात्र का सहयोग प्रदान किया जाता है,,