कोरबा। एसईसीएल कोरबा क्षेत्रीय प्रबंधन के द्वारा एक तरफा कार्रवाई करते हुए सुराकछार बलगी उप क्षेत्र से 38 मजदूरों का जबरन अस्थाई स्थानांतरण कर दिया गया है। एटक ने प्रबंधन की इस कार्यवाही का विरोध किया है। इस संबंध में एटक के पदाधिकारी दीपेश मिश्रा ने जारी बयान में कहा है कि प्रबंधन कोयला उत्पादन नहीं होने का हवाला दे रहा है जबकि वास्तविक स्थिति कुछ और है। सुराकछार बलगी उपक्षेत्र में भरपूर कोयला का भंडार है परंतु प्रबंधन की नाकामी के चलते सक्षम विभाग से पर्यावरण स्वीकृति नहीं मिली जिसके कारण कोयला उत्पादन प्रभावित हो रहा है। श्री मिश्रा ने कहा है कि पुन: कोयला उत्पादन चालू हो सके, उसके लिये एटक एसईसीएल प्रबंधन का हर संभव सहयोग करने के लिए तैयार है परंतु किसी भी मजदूर का दूसरे जगह स्थानांतरण एटक को मंजूर नहीं है। दीपेश मिश्रा ने कहा कि सुराकछार बलगी उपक्षेत्र के 38 कर्मचारियों का अस्थाई ट्रांसफर आदेश पर प्रबंधन पुनर्विचार करे और जो कर्मचारी स्वेच्छा से दीगर खदानों में जाना चाहता है, सिर्फ उन्हीं मजदूरों का स्थानांतरण किया जा सकता है और इसमें एटक को कोई आपत्ति नहीं है।