कोरबा। ऊर्जाधानी के ग्राम दादरखुर्द में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा का अपना अलग इतिहास है। यहां पिछले 122 वर्षों से भगवान की रथयात्रा पूरे विधि-विधान के साथ निकाली जा रही है। रथजुतिया के अवसर पर आज मंगलवार को भगवान की रथयात्रा बड़े ही धूमधाम से रीति-रिवाजों को पूरा करते हुए निकाली गई। दादरखुर्द में श्रद्धालुओं का रेला उमड़ा रहा। 
भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा में राजस्व मंत्री, महापौर राजकिशोर प्रसाद भी विशेष तौर पर शामिल हुए। इन्होंने भगवान जगन्नाथ की पूजा-अर्चना कर जिले की खुशहाली एवं समृद्धि का आशीर्वाद मांगा। इसके बाद भगवान जगन्नाथ के रथ के आगे झाड़ू लगाया और रथ भी खींचा। मान्यता है कि भगवान जगन्नाथ का रथ खींचने एवं उनके मार्ग में झाड़ू लगाने से शरीर में नई ऊर्जा का संचार होता है और मन की व्याधियां दूर होती हैं। 


इससे पहले भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा को पूजा-अर्चना के पश्चात मंदिर से निकालकर भक्तों को दर्शन देने हेतु रथ पर विराजमान कराया गया। मुख्य पुजारी पंडित रामेश्वर प्रसाद द्विवेदी के आचार्यत्व में उनके पुत्र कृष्णा द्विवेदी सहित थवाईत परिवार, यदुवंशी परिवार ने रथयात्रा के विधान को संपन्न कराया। भगवान जगन्नाथ के जयकारे से ग्राम दादरखुर्द गूंजता रहा। दादरखुर्द के अलावा सीतामणी के श्रीराम जानकी मंदिर, पुराना बस स्टैण्ड स्थित श्रीराम जानकी मंदिर से भी भगवान का रथ निकाला गया। बालको क्षेत्र में भी रथयात्रा निकाली गई। दर्शन करने और रथ खींचने व रथ को धक्का देने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु व नगरजन उमड़े रहे।          

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