कोरबा। छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी के डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी ताप विद्युत गृह (डीएसपीएम) की बंद इकाई से उत्पादन शुरू हो गया है। संयंत्र की इकाई क्रमांक 1 पिछले 2 दिनों से बंद थी। इकाई के उत्पादन में लौटने के साथ ही उत्पादन कंपनी के संयंत्रों की सभी यूनिट से बिजली बन रही है। वहीं दूसरी ओर बिजली की डिमांड में भी इजाफा दर्ज किया गया है। डीएसपीएम की 250 मेगावाट की इकाई क्रमांक 1 पिछले बुधवार से बंद थी। 2 दिनों तक संयंत्र की एक इकाई से ही बिजली का उत्पादन हो रहा था। इकाई के बंद रहने के दौरान बिजली प्रदेश में बिजली की डिमांड 4500 मेगावाट तक बनी हुई थी। वहीं शुक्रवार को बिजली की डिमांड में इजाफा दर्ज किया गया। डिमांड पिक लोड अवर में 4789 मेगावाट रही। जबकि इसके मुकाबले बिजली की उपलब्धता 4853 मेगावाट रही।उत्पादन कंपनी के संयंत्रों की सभी यूनिट से बिजली बनने के कारण 2500 मेगावाट से अधिक बिजली का उत्पादन हो रहा था। सेंट्रल सेक्टर से लगभग 22 मेगावाट बिजली ड्राल की जा रही थी। मांग बढ़ने के बाद भी अंडर ड्राल की स्थिति रही। डीएसपीएम की बंद इकाई के उत्पादन में लौटने के साथ ही संयंत्र से 500 मेगावाट क्षमता के मुकाबले 462 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा था। एचटीपीपी से 1151, बांगो हाइडल प्लांट से 79 और मड़वा से 830 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा था। आगामी दिनों में बिजली की मांग 6 हजार मेगावाट तक बढ़ने का अनुमान है। जिसे देखते हुए संयंत्र प्रबंधनों द्वारा इकाइयों को दुरुस्त कर फुल लोड पर चलाने की तैयारी कर ली गई है।