कोरबा। एसईसीएल कोरबा के जेआरसी क्लब में रविवार को 3 जोड़ों का दहेज मुक्त अंतरजातीय रमैणी विवाह कराया गया। आध्यात्मिक सत्संग के बीच कबीर गुरूवाणी के माध्यम से सिर्फ 17 मिनट में विवाह की रस्म पूरी की गई। संतों की भाषा में विवाह को (रमैणी) कहा जाता है।
संत रामपाल महाराज एक अद्वितीय संत है, जो हमारे सभी धर्म ग्रंथ के आधार पर सद्भक्ति प्रदान कर रहे हैं, जिससे श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक, शारीरिक, मानसिक, भौतिक सभी प्रकार के लाभ मिल रहे हैं। अब तक कोरबा में बड़ी संख्या में विवाह कराया जा चुका है। संत रामपाल का उद्देश्य है कि समाज में फैली जाति-पाती, ऊंच-नीच का भेदभाव को मिटाना और नैतिक आध्यात्मिक जागृति लाना, समाज में फैले हर प्रकार के नशा को दूर करना है। कार्यक्रम में बिलासपुर संभाग के संयोजक जगतदास महंत, कोरबा जिला संयोजक धरमदास, अजय कुमार कुर्रे, सुमरन सिंह, ब्लाक संयोजक बाबूदास मानिकपुरी, पंचराम पाटिल, गयादास, गोपाल केंवट, हरिवंश गबेल, संतोष दास, विनोद, रघुवीर दास, इतवारीलाल साहू, दिलीप बरेठ, शिवनारायण जगत, अतिबल दास दीवान का योगदान रहा।