रायपुर। कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद पूर्व विधायक और सांसद देवव्रत सिंह ने पार्टी के सिस्टम के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी के बीमार होने और राहुल गांधी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद मास बेस्ड पार्टी का सिस्टम ध्वस्त हो गया है।
अजीत जोगी के करीबी रहे देवव्रत ने कांग्रेस से सवाल किया कि जब गुजरात में पार्टी ने नए नेता जिग्नेश मेवाणी, हार्दिक पटेल और अल्पेश ठाकुर से समझौता किया तो यहां पुराने नेताओं जैसे जोगी और अरविंद नेताम से क्यों बात नहीं हो सकती? जबकि, कांग्रेस हाईकमान को पता है कि जोगी कितना डैमेज कर रहे हैं।
खैरागढ़ राजघराने के देवव्रत ने रविवार को प्रेस क्लब में कहा कि पदाधिकारियों की नियुक्ति के लिए राहुल गांधी ने सिस्टम बनाया तो है, लेकिन आज भी बंद कमरे में कुछ ताकतवर नेता पदों का बंटवारा कर लेते हैं। बंद कमरे के फैसलों से पार्टी नहीं चल सकती। राहुल गांधी मास बेस्ड पार्टी को कैडर बेस्ड बनाकर कांग्रेस को खत्म करने का काम कर रहे हैं।
देवव्रत ने यह भी कहा कि भाजपा कैडर बेस्ड पार्टी है, लेकिन उसमें नियंत्रण करने के लिए आरएसएस है। देवव्रत किस पार्टी का दामन थामेंगे, अभी उन्होंने इसका खुलासा नहीं किया है। माह के अंत तक फैसला लेने की बात कही है।
किसान, मजदूर छोड़, सीडी की लड़ाई
देवव्रत ने कहा कि कांग्रेस को किसान, मजदूर, महिला, युवा, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति की लड़ाई लड़नी चाहिए तो यहां सीडी की लड़ाई लड़ी जा रही है। किसी मंत्री पर आरोप है तो जनता तय करेगी।