जांजगीर-चांपा (सेंट्रल छत्तीसगढ़) साकेत वर्मा : अच्छी बारिश की वजह से धान की फसल में बालियां आ गई है, लेकिन अब ज्यादा बारिश भी फसलों को नुकसान पहुंचा रही है. बारिश नहीं थमने की वजह से धान की फसल बीमारियों की चपेट में आने लगी है. बेमौसम बारिश से खड़ी फसल गिर जाने से किसानों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है. जिले में खरीफ फसल में केवल धान की खेती की जाती है. जिसकी वजह से जिलेभर के किसान इस परेशानी से जूझ रहे हैं.
कीटनाशक का छिड़काव
जांजगीर-चांपा जिला धान का प्रमुख उत्पादक जिला है. सबसे ज्यादा धान की पैदावार यहीं होती है. इस बार शुरू से अच्छी बारिश की वजह से बंपर पैदावार की उम्मीद लगाए बैठे किसानों की उम्मीदों पर अब पानी फिरता नजर आ रहा है. क्योंकि जो अच्छी बारिश हो रही थी, वह ज्यादा बारिश में तब्दील होते जा रही है. बीच-बीच में अचानक बेमौसम बारिश होने की वजह से जहां धान की फसलें बीमारियों की चपेट में आ गई है, वहीं धान की खड़ी फसल गिर जा रही है. इससे धान की बालियों में चावल बनने की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पा रही है.
दवाओं का छिड़काव कर रहे किसान
किसान खराब हो रही फसलों को बचाने के लिए तमाम तरह के उपाए कर रहे हैं. इन समस्याओं को लेकर किसानों का कहना है कि वे लगातार कीटनाशक दवाओं का छिड़काव कर रहे हैं. इसके बावजूद बीमारियों पर पूर्ण नियंत्रण नहीं हो पा रहा है. वहीं बेमौसम बारिश से किसानों को काफी तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है.