कोरबा। कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित जन चौपाल में अपर कलेक्टर प्रदीप साहू ने लोगों की समस्याएं सुनी और संबंधित विभागों के अधिकारियों को निराकरण के निर्देश दिए। जनचौपाल में 116 लोगों ने आवेदन दिए।
कोरबा तहसील अंतर्गत ग्राम खोड्डल उरगा निवासी पोराबाई सोनवानी ने शिकायत किया कि गांव में समिति से वर्ष 2005 से खाना बनाने का प्रस्ताव दिया गया था लेकिन उसे अब बिना सूचना के काम से हटा दिया गया है। उसकी सूचना प्रभारी शिक्षक को भी नहीं दिया गया है। अपर कलेक्टर ने पोराबाई के आवेदन पर जिला शिक्षा अधिकारी को कार्यवाही के लिए निर्देशित किया। करतला तहसील के ग्राम बेहरचुंआ निवासी बलदु उरांव ने बताया कि गांव में उसकी लगभग दो एकड़ भूमि है जिसमें वे पिछले तीन पीढ़ी से काबिज है और खेती-बाड़ी कर अपना जीवन-यापन कर रहे हैं, जिस पर गांव के ही एक व्यक्ति द्वारा उनके काबिज भूमि पर जबरन कब्जा की कोशिश की जा रही है और वाद-विवाद किया जा रहा है। अपर कलेक्टर ने करतला तहसीलदार को कार्यवाही के लिए निर्देशित किया। ग्राम पंचायत चीतापाली के मुड़ापारा भैंसमा निवासी अमरदास ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग उरगा से पत्थलगांव चौंड़ीकरण के लिए उसकी जमीन का अर्जन किया गया है। उसके निजी कच्चे मकान का मुआवजा राशि उसे न देकर किसी और को दे दिया गया है। एसडीएम कोरबा को कार्यवाही के लिए आवेदन अग्रेषित किया गया। पोड़ी-उपरोड़ा विकासखण्ड के ग्राम मलदा निवासी यासूम कुरैशी ने अपने पुत्र-पुत्रियों के लिए जाति प्रमाण पत्र बनाकर देने की मांग की जिस पर अपर कलेक्टर ने एसडीएम पोड़ी-उपरोड़ा को आवश्यक कार्यवाही के लिए निर्देशित किया। कोरबा तहसील के सराईपारा पीपर कोहड़िया वार्ड क्रमांक 16 निवासी सुमिन्त्रा महंत ने आजीविका चलाने के लिए दुकान लगाने कोहड़िया में स्थान देने की मांग की। आवेदन पर नगर निगम आयुक्त को कार्यवाही के लिए निर्देशित किया गया। जनचौपाल में उपरोक्त आवेदनों के अलावा सीमांकन, नामांतरण, अतिक्रमण हटाने, ईलाज के लिए सहयोग की मांग सहित अन्य मांगों को लेकर लोगों ने आवेदन दिए।