कोरबा (सेंट्रल छत्तीसगढ़) हिमांशु डिक्सेना:- जिले के पाली विकासखंड स्थित ऐतिहासिक, धार्मिक एवं पर्यटन स्थल चैतुरगढ़ जो कि देश-प्रदेश में प्रख्यात होने के साथ भक्तों की आस्था का केंद्र है।इस मंदिर के पहुंचमार्ग में प्रशासन द्वारा लगाए गए बेरिकेट्स को हटाने की मांग भारतीय जनता युवा मोर्चा मंडल पाली द्वारा की गई है।इस संबंध में मंडल अध्यक्ष दीपक शर्मा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं द्वारा बीते मंगलवार 19 अक्टूबर को पाली तहसीलदार को कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा गया है।जिसमे उल्लेख किया गया है कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के मद्देनजर शासन द्वारा नवरात्रि पर्व पर प्रोटोकाल जारी कर पालन कराया जा रहा है।आदिशक्ति मां महिषासुर मर्दिनी देवी मंदिर में भी दर्शन-पूजन, दीप प्रज्जवलन प्रतिबंधित किया गया है।यह निर्णय सर्वमान्य है किंतु चैतुरगढ़ पहुंच मार्ग को प्रशासन द्वारा किसी तरह की पूर्व सूचना प्रसारित किए बगैर ही बेरिकेट्स लगाकर बंद करना अनुचित व समझ से परे है।वर्तमान नवरात्रि महोत्सव में चैतुरगढ़ पहुंचने वाले भक्तों/पर्यटकों को पहुंचमार्ग बंद किये जाने से वे भटकने पर मजबूर हैं।जिले के मड़वारानी, कोसगाई, सर्वमंगला देवी मंदिर, भवानी मंदिर सहित अन्य मंदिर बंद कर कुछ दूर से दर्शन की अनुमति है।ऐसे में हिन्दू आस्था-भावना से खिलवाड़ न्योचित नहीं है।भाजयुमों पाली मंडल द्वारा मांग की गई है कि जनभावना व आस्था के मद्देनजर कोविड प्रोटोकॉल के तहत मंदिर को बंद कर दूर से ही दर्शन की सुविधा भक्तों को प्रदान करने की व्यवस्था के साथ पहुंच मार्ग पर लगाए गए बेरिकेट्स को हटाया जाए।यदि बेरिकेट्स नहीं हटाया जाता है तो आंदोलन के लिए बाध्य होंगे जिसकी संपूर्ण जवाबदारी शासन की होगी।ज्ञापन सौंपने के दौरान अध्यक्ष दीपक शर्मा के साथ मंडल महामंत्री मुकेश कौशिक, उपाध्यक्ष तारकेश्वर पटवा, कोषाध्यक्ष अनुरुद्ध जायसवाल, मंत्री निमेश जायसवाल, योगेश सिंह के अलावा ज्ञानशंकर तिवारी, विकास सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।