कोरबा। मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना का शुभारंभ मंगलवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश के सभी जिलों में वर्चुअल रूप से किया। उन्होंने मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना का लाभ लेने वाले कई जिलों के हितग्राहियों से चर्चा भी की और उनको बधाई दी।
जिला स्तरीय कार्यक्रम कोरबा वन मंडल अंतर्गत ग्राम कोरकोमा में महापौर राज किशोर प्रसाद के मुख्य आतिथ्य में हुआ। छत्तीसगढ़ महतारी की तैल चित्र पर माल्यार्पण व हितग्राही सुशील आनंद की तीन एकड़ भूमि पर पौधरोपण के साथ ही कोरबा जिले में इस योजना के तहत पौधरोपण कार्य का शुभारंभ किया गया। जिले में अब तक 563 हितग्राहियों ने अपना पंजीयन योजना के अंतर्गत कराया है। लगभग 1500 एकड़ में पौधरोपण किया जाएगा। इस योजना के अंतर्गत मिलिया डूबिया( मालाबार नीम), टिशु कल्चर बांस, चंदन, सागौन, क्लोनल नीलगिरी एवं अन्य आर्थिक रूप से लाभकारी पौधों का रोपण किया जाएगा।
कोरकोमा में आयोजित कार्यक्रम में महापौर राज किशोर प्रसाद ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में प्रदेश का चहुंमुखी विकास हो रहा है। शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं से हर वर्ग के लोगों को लाभ मिल रहा है। सरकार योजनाओं का लाभ अंतिम छोर के व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए काम कर रही है। मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना से किसानों व अन्य हितग्राहियों को अपनी भूमि पर वृक्षारोपण करने से आने वाले समय में आर्थिक रूप से काफी मुनाफा होगा। पर्यावरण के लिए भी हितकारी होगा। कलेक्टर संजीव झा ने कहा कि शासन की यह महत्वाकांक्षी योजना है। इस योजना के अंतर्गत पात्र हितग्राहियों को 5 एकड़ तक भूमि पर पौधों के रोपण हेतु शत-प्रतिशत अनुदान मिलेगा। सभी वर्ग के सभी इच्छुक भूस्वामी इस योजना का लाभ ले सकते हैं। इस योजना का मुख्य उद्देश्य कृषक या अन्य हितग्राहियों के निजी भूमि पर वाणिज्यिक प्रजातियों के वृक्षों का रोपण कर उनको लाभ देना है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने नेशनल ट्रांजिट पास सिस्टम की भी शुरुआत की। शहीद महेंद्र कर्मा सामाजिक सुरक्षा योजना के अंतर्गत पात्र हितग्राहियों को भुगतान हेतु राशि वितरण किया गया। जिला स्तरीय कार्यक्रम में पात्र हितग्राहियों के लिए भी राशि भुगतान हेतु प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। कार्यक्रम में जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण अध्यक्ष सुरेंद्र प्रताप जायसवाल, पुलिस अधीक्षक उदय किरण, डीएफओ अरविंद पीएम, एसडीओ आशीष खेलवार,जनप्रतिनिधिगण, अधिकारीगण और ग्रामीण बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।