कोरबा। एसईसीएल की कुसमुंडा परियोजना खदान में शुक्रवार को सुबह के वक्त एक हादसा हो गया। यहां करीब 100 टन क्षमता वाला विभागीय डम्पर क्रमांक-735 कोयला अनलोड करते वक्त अनियंत्रित होकर लुढक़ने लगा और जब तक चालक ओमप्रकाश यादव नियंत्रण कर पाता, भारी-भरकम डम्पर करीब 30 फीट नीचे गिरकर पलट गया। देखते ही देखते डम्पर में आग लग गई और चालक ओमप्रकाश फंस गया। इस दौरान क्षेत्र से गुजर रहे कोल लिफ्टर अजय प्रसाद व अभिषेक आनंद की नजर तेजी से उठते धुएं और आग की लपटों पर पड़ी तो वे उस ओर तेजी से दौड़े। ओमप्रकाश डम्पर से निकलने के लिए जद्दोजहद करते दिखा तो तत्काल मदद के लिए वहां पहुंचे और किसी तरह ओमप्रकाश को बाहर निकाला। इस दौरान आग की लपटें तेजी से बढ़ रही थीं और ओमप्रकाश के साथ-साथ अजय व अभिषेक को भी अपनी जान की चिन्ता थी। किसी तरह ऑपरेटर को वहां से निकाल लिया गया और इस प्रयास व आपाधापी में गिरते-पड़ते अजय व अभिषेक को भी काफी अंदरूनी चोटें आई हैं। इधर डम्पर में आग लगने की जानकारी फैलते ही अन्य कामगार व प्रबंधन से जुड़े लोग वहां पहुंचे। विभागीय अग्निशमन कर्मियों ने आग को बुझाने का जतन किया। दूसरी तरफ तीनों घायलों को तत्काल विभागीय अस्पताल ले जाया गया और वहां से निजी अस्पताल रिफर कर दिया गया। उपचार उपरांत उच्च उपचार हेतु दूसरे जिले के अस्पताल में रिफर करा लिया गया है। इस पूरे घटनाक्रम को लेकर कई तरह की चर्चाओं का बाजार भी गर्म है। कोई इसे कोयला और डीजल के मामले से लेकर जोड़ रहा है तो खदान के क्षेत्र में प्रवेश को लेकर भी सवाल उठाये जा रहे हैं लेकिन इन सबसे अहम यह है कि चालक ओमप्रकाश को समय रहते डम्पर से कोल लिफ्टर अजय प्रसाद व अभिषेक के द्वारा निकाल लिया गया वरना बड़ी अनहोनी हो सकती थी। बहरहाल एसईसीएल प्रबंधन के द्वारा करोड़ों रुपए के डम्पर जल जाने व इस घटनाक्रम की पड़ताल कराई जा रही है। डम्पर ऑपरेटर के बयान से सारा कुछ स्पष्ट होगा।