कोरिया (सेंट्रल छत्तीसगढ़) रमाशंकर सह : भरतपुर विकासखंड के अंतर्गत कुवारपुर के लोग पानी की समस्या से जूझ रहे हैं. इस समय जहां सरकार अमृत जल मिशन योजना के तहत हर घर में पानी पहुंचाने का दावा कर रही है, इस बीच ये गांव आज भी पानी के लिए तरस रहा है. इस गांव में लगे हैंडपंप में पिछले 5 महीने से पानी नहीं आ रहा है. कस्बे में 11 में से 6 हैंडपंप ही चालू हालत में है. क्षेत्र में पीएचई और ग्राम पंचायत की लापरवाही के चलते आदिवासी वर्ग और सामान्य वर्ग पानी के लिए परेशान हैं.
कुवारपुर गांव
ग्रामीणों ने हैंडपंप चालू न होने की शिकायत सरपंच से लेकर PHE विभाग के अधिकारियों तक की है,लेकिन पांच माह में एक भी हैंडपंप ठीक नहीं हो पाया है. पंचायत के सरपंच का कहना है कि हैंडपंप खराब होने की सूचना PHE विभाग को हर माह भेजी जा रही है, लेकिन विभाग टाल मटोल कर रहा है. गांव में पानी के लिए हाहाकार मच गया है. गांव में जो भी हैंडपंप ठीक है वहां सुबह से ही ग्रामीणों की भीड़ लगनी शुरू हो जाती है. ग्रामीणों ने बताया हैंडपंप के संधारण के लिए विभाग के अधिकारियों को फोन कर सूचना दे चुके हैं.
गांव में कई हैंडपंप खराब पड़े हुए है. जिस वजह से यहां के ग्रामीणों को पानी के लिए भटकना पड़ रहा है. वहीं भरतपुर क्षेत्र के कई गांवों में भी हैंडपंप खराब हो चुके हैं. जिस वजह से लोगों को पानी भरने के लिए दूर दराज के इलाकों में जाकर और खेतों से पानी लाकर भरना पड़ रहा है.ग्रामीणों काे शिकायत है कि विभाग इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. ग्रामीणों के लिए पानी का एक मात्र सहारा हैंडपंप ही है.