कोरबा( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) साकेत वर्मा : – कटघोरा थान्तर्गत जड़गा चौकी में शुक्रवार को जड़गा बस स्टैंड के पास सुबह करीब 11 बजे तुमान की ओर से आ रही पोंडी उपरोड़ा के सांसद प्रतिनिधि अशोक मिश्रा की तेज रफ्तार कार ने घुमानीडांड से आई दो महिलाओं को अपनी चपेट में लिया, इस दुर्घटना में एक महिला को इलाज के लिए ले जाते वक्त रास्ते में दम तो दिया तथा दूसरी महिला गंभीर रूप से घायल हो गई. दुर्घटना के बाद स्थानीय लोगों ने रास्ते को घण्टों जाम कर दिया.
बतादें की शुक्रवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल संक्षिप्त प्रवास पर पसान पंहुचे थे, जिसके लिए जिले से सभी पदाधिकारी, कार्यकर्ता पसान की ओर जा रहे थे, जड़गा से थोड़ी ग्राम पंचायत घुमानीडांड से सास समेलिया बाई कमरों एवं उसकी बहु कृष्णा बाई कमरों जड़गा के ग्रामीण बैंक अपनी निजी कार्य से पंहुचे थे, बैंक का काम निपटा दोनों सास बहू जड़गा बस स्टैंड पर सड़क किनारे लगे दुकान से कुछ सामान खरीद कर सड़क किनारे खड़े थे तभी तुमान की ओर से आ रही पोंडी उपरोड़ा के सांसद प्रतिनिधि अशोक मिश्रा अपने तेज रफ्तार कार से सड़क किनारे खड़ी दोनों महिलाओं को पीछे से जोरदार टक्कर मारी. टक्कर इतनी जोरदार थी कि समेलिया बाई कमरों कुछ दूर जा गिरी तथा बहु कृष्णा बाई कमरों कार के चक्के के नीचे आ गई . जब स्थानीय लोगों ने देखा तो कार में सांसद प्रतिनिधि अशोक मिश्रा अपने कुछ दोस्तों के साथ मौजूद था.
दुर्घटना के बाद स्थानीय लोगों ने सड़क में चक्का जाम कर दिए, स्थानीय लोगो का यह भी कहना है कि सांसद प्रतिनिधि अशोक मिश्रा व उनके साथी शराब के नशे में और कार के भीतर शराब की बोतलें भी रखी हुई थी, दुर्घटना के बाद दोनों घायल महिलाओं को कटघोरा अस्पताल ले जा रहे थे कि सिंघिया के पास कृष्णा बाई कमरों ने दम तोड दिया तथा समेलिया बाई कमरों को ईलाज के लिए कटघोरा अस्पताल पंहुचाया गया, मौत की खबर से स्थानीय लोगों ने आक्रोश में चक्का जाम कर दिया. इस बीच सांसद प्रतिनिधि अशोक मिश्रा अपने साथियों के साथ वहां से फरार हो गया, घण्टों चक्का जाम करने के बाद नायब तहदीलदार मौके पर पंहुच मृतक के परिजनों को तात्कालिक सहायता देकर मामले को शांत किया.
लेकिन अब सवाल यह उठ रहा है कि दो दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक पुलिस द्वारा सांसद प्रतिनिधि अशोक मिश्रा के ऊपर किसी प्रकार की कार्यवाही नही की जा सकी, मृतक के परिजनो का कहना है कि अशोक मिश्रा ने घटना के दौरान घायलों को पूरा इलाज कराने की बात कही थी लेकिन वह मौके से थोड़ी देर बाद फरार हो गया.
अब देंखने वाली बात होगी कि क्या राजनीति की ऊंची पंहुच रखने वाले सांसद प्रतिनिधि अशोक मिश्रा के गिरेबान तक पुलिस पंहुच पाती है या नही ? या फिर अपने ऊंचे ओहदे के कारण अपने इस अपराध को केवल कागजों में ही सिमटाने का पूरा प्रयास करेगा.