कोरबा (सेंट्रल छत्तीसगढ़) हिमांशु डिक्सेना :- कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने आज वीडियो कांफेंसिंग के माध्यम से समय सीमा की साप्ताहिक बैठक में जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों के ईलाज और संक्रमण को बढ़ने से रोकने के लिए किये जा रहे प्रयासों की एक बार फिर समीक्षा की।
उन्होंने जिले में बढ़ते कोविड संक्रमण को ध्यान में रखते हुए अब तक हुई तैयारियों की जानकारी अधिकारियों से बैठक में ली। कलेक्टर ने कोरोना संक्रमितों के ईलाज के लिए जिले में संचालित शासकीय तथा निजी कोविड केयर सेंटरों और अस्पतालों का वर्तमान जरूरतों के हिसाब से पुनः निरीक्षण मूल्यांकन करने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिये। अस्पतालों के निरीक्षण के लिए जिला अस्पताल के अधीक्षक डा. अरूण तिवारी के नेतृत्व में मुल्यांकन दल भी बनाने के निर्देश कलेक्टर ने बैठक में दिये। उन्होंने सभी विकासखंडों में बनने वाले कोविड केयर सेंटरों की प्रगति की जानकारी भी अधिकारियों से ली।
श्रीमती कौशल ने आईसीएमआर द्वारा निर्धारित मापदंडों के अनुसार शासकीय तथा निजी कोविड अस्पतालों और विकासखंडों में बनने वाले कोविड केयर सेंटरों में पर्याप्त सुविधाएं और संक्रमण को रोकने के लिए जरूरी व्यवस्थाओं पर निरीक्षण कर एक सप्ताह के भीतर प्रतिवेदन देने के निर्देश अधिकारियों को दिए। बैठक में सीईओ जिला पंचायत श्री कुंदन कुमार, नगर निगम आयुक्त श्री एस.जयवर्धन, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती सूर्यकिरण तिवारी सहित सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे। वीडियो कांफे्रंसिंग के माध्यम से सभी एसडीएम तथा ब्लाक स्तरीय अधिकारी भी समय सीमा की बैठक में शामिल रहे।
सभी सार्वजनिक उपक्रम अपने-अपने कार्यक्षेत्र मे सात दिनों में बनायें कोविड आईसोलेशन सेंटर- कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने आने वाले दिनों में कोविड मरीजो के इलाज के लिए कोरबा के सभी सार्वजनिक उपक्रम प्रबंधनों से अपने-अपने कार्यक्षेत्र मे एक-एक कोविड आईसोलेशन सेंटर बनाने अगले सात दिनों के भीतर स्थापित करने के निर्देश समय सीमा की बैठक में दिए। श्रीमती कौशल ने एसईसीएल, बालको, एनटीपीसी, सीएसईबी से लेकर लैंको जैसे सार्वजनिक उपक्रमों को अपने-अपने कार्यक्षेत्र मे कोविड आईसोलेशन सेंटर बनाने मे समन्वय के लिए संबंधित एसडीएम को जिम्मेदारी भी दी है।
कोरबा के कोयला खदान क्षेत्रों के नगरीय और ग्रामीण इलाको से लेकर विद्युत उत्पादक इकाईयों एनटीपीसी, एसईसीएल तथा बालको क्षेत्र मे कोविड आईसोलेशन सेंटर बनाने के लिए उपयुक्त भवन तलाशने के निर्देश कलेक्टर ने दिये। उन्होने सभी सार्वजनिक उपक्रम क्षेत्रो मे कम से कम 100 बिस्तर क्षमता का सेंटर बनाने के निर्देश दिये। इन आईसोलेशन सेंटरो मे सार्वजनिक उपक्रमों के कर्मचारियों और उस क्षेत्र मे रहने वाले कोविड संक्रमित लोगों का इलाज किया जा सकेगा। इन आईसोलेशन सेंटरो मे सार्वजनिक उपक्रमो के अस्पतालो और स्वास्थ्य केन्द्रो के डाॅक्टर तथा स्वास्थ्य कर्मी अपनी सेवायें देंगे। कलेक्टर ने सार्वजनिक उपक्रमो के प्रबंधनो से चर्चा कर तीनो अनुभागो के राजस्व अधिकारियों को भवन चिन्हांकित करने और भवन मे कोविड प्रोटोकाॅल के अनुसार सभी व्यवस्थायें अगले सात दिनों में सुनिश्चित करने के लिए आपसी समन्वय के निर्देश दिये हैं।
होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों की हो लगातार निगरानी, उल्लंघन पर कराई जाये एफआईआर- समय सीमा की बैठक में कलेक्टर ने होम आईसोलेशन मे रहने वाले मरीजो की सतत् निगरानी करते हुए बेहतर ईलाज की सुविधा देने के निर्देश दिए हैं। निगरानी के लिए जिला स्तर पर सक्रिय दल भी बनाए गए हैं। यह दल मरीज और उनके परिवार के सदस्यों का बाहर के लोगों से मिलना-जुलना या किसी भी प्रकार का सम्पर्क ना हो यह भी सुनिश्चित करेंगे। कलेक्टर श्रीमती कौशल ने बैठक मे सभी एसडीएम को यह भी निर्देशित किया कि सक्रिय टीम बनाकर होम आईसोलेशन मे रहने वाले सभी मरीजो की निगरानी करने मे गंभीरता पूर्वक काम करायें। कलेक्टर ने सभी एसडीएम को कोरोना संक्रमित के काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग का काम जल्द से जल्द करवाने के भी निर्देश दिए। कलेक्टर ने काॅन्टेक्ट टेªसिंग करके सैम्पलिंग टीम से सैम्पल कलेक्टिंग करने के काम को भी गंभीरता से करने के निर्देश एसडीएम को दिए। बैठक मे कलेक्टर ने सीएमएचओ डाॅ. बोडे को लक्षण और बिना लक्षण वाले मरीजो के संपर्क मे आए लोगों के कोरोना टेस्ट करवाने के निर्देश भी दिए। कोरोना संक्रमित के प्राथमिक संपर्क, को-मोर्बिड, बुजुर्गो तथा गर्भवती महिलाओं के कोरोना टेस्ट को प्राथमिकता से करवाने के निर्देश कलेक्टर ने दिए। कलेक्टर ने बैठक मे बिना लक्षण वाले कोरोना मरीजों को घर मे ही आईसोलेट करने तथा उनके परिवार के सदस्यों को आवश्यकतानुसार प्रोफाइलेक्टिक दवाईयो का वितरण करना भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। श्रीमती कौशल ने होम आईसोलेशन में रहकर ईलाज कराने वाले मरीजों या उनके परिजनों द्वारा शासकीय दिशा निर्देशों की अवहेलना और कोविड प्रोटोकाॅल का उल्लंघन किये जाने पर कड़ी कार्यवाही कराते हुए एफआईआर तक दर्ज कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं।