कोरबा। अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस (एटक) के आह्वान पर 6 से 11 फरवरी तक केंद्र सरकार द्वारा जनविरोधी बजट एवं गौतम अंडानी के द्वारा देश के साथ किए गए धोखाधड़ी एवं सरकारी उपक्रमों की लूट के विरोध देशव्यापी विरोध कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस कड़ी में बुधवार को एल्युमिनियम एंप्लाइज यूनियन (एटक) के तत्वाधान में परसाभांठा, आजाद चौक के समीप धरना प्रदर्शन किया गया। आमसभा में छत्तीसगढ़ राज्य एटक के महासचिव हरिनाथ सिंह ने केंद्र सरकार का आम बजट 2023-24 को निराशाजनक व जनविरोधी, देश विरोधी बताते हुए कहा कि बजट में मजदूरों और किसानों के लिए कुछ भी नहीं कहा गया है। 7 लाख वार्षिक कमाने वाले को आयकर में छूट दी जाएगी जबकि ई-श्रम में पंजीकृत लोगों की संख्या लगभग 30 लाख है जिनका माहवारी वेतन 8 से 10 हजार है। विश्व बैंक के अनुसार 13000 मासिक वेतन पाने वाले गरीबी रेखा के नीचे होते हैं। देश में बेरोजगारी व महंगाई आसमान छू रही है और जीडीपी 2 से 2.5 प्रतिशत तक पहले की अपेक्षा कम है फिर भी सरकार कह रही है कि देश की अर्थव्यवस्था तेज गति से आगे बढ़ रही है। एटक की मांग है कि हिंडेनवर्ग की ओर अडाणी के कारोबार से जुड़े दस्तावेज के उल्लेख बिंदुओं की जांच करवाई जाए। विरोध प्रदर्शन में सुनील सिंह, धर्मेंद्र तिवारी, पवन कुमार वर्मा, अनूप सिंह, ताराचंद कश्यप, मुकेश यादव, लालमन सिंह, मनीष नाथ, सुखभंजन, शोएब खान, मनोज प्रजापति, संतोषी बरेठ, विजयलक्ष्मी चौहान आदि उपस्थित थे।